प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज ने अपने खिलाफ दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग मामले को रद्द करने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है l फर्नांडिस की याचिका में कहा गया है कि ईडी की ओर से दायर सबूत साबित करेंगे कि याचिकाकर्ता सुकेश चंद्रशेखर के दुर्भावनापूर्ण लक्षित हमले का एक निर्दोष शिकार है l इस बात का कोई संकेत नहीं है कि कथित तौर पर गलत तरीके से कमाए गए धन को सफेद करने में उसकी मदद करने में उनकी किसी भी तरह की भागीदारी थी, इसलिए उन पर धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 की धारा 3 और 4 के तहत अपराध के लिए मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है l

ईडी के सामने पेश हो चुकी हैं जैकलीन

आपको बता दें कि ईडी जैकलीन फर्नांडिस से कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर पूछताछ कर रही है l इस मामले की जांच में पूछताछ के लिए जैकलीन ईडी के सामने पेश हुई थीं l जैकलीन एक श्रीलंकाई नागरिक हैं और 2009 से भारत में रह रही हैं l दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मुंबई की पिंकी ईरानी को सुकेश चंद्रशेखर का करीबी सहयोगी बताया जाता है और उन्होंने ही उसे बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस से मिलवाया था l

आपको बता दें कि तर्क देते हुए जैकलीन ने कहा कि उन पर धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत मुकदमा नहीं चलाया जाना चाहिए l उन्होंने अपनी याचिका में कहा है क‍ि दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज केस में जैकलीन को अभियोजन पक्ष के रूप में पेश किया है l ऐसे में नतीजा साफ जैकलीन के पक्ष में जाता दिख रहा हैं l याचिका में कहा कि जैकलीन को सुकेश चंद्रशेखर और उसके सहयोगियों के अपराध की कोई जानकारी नहीं थी l याचिका में कहा जैकलीन ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े पीएमएलए 2002 के तहत कोई अपराध नहीं किया और ना ही वह किसी तरह के अपराध में शामिल थी l

जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने उन्हें आरोपी के रूप में नामित करते हुए अपना दूसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था l जैकलीन और एक अन्य बॉलीवुड हस्ती नोरा फतेही ने मामले में गवाह के रूप में अपने बयान दर्ज कराए हैं l मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने अभिनेत्री नोरा फतेही को क्लीन चिट दे दी है, बावजूद इसके कि रिकॉर्ड पर यह स्वीकृत तथ्य है कि उनके निर्देश पर उनके परिवार के सदस्य को सुकेश चंद्रशेखर से बीएमडब्ल्यू कार मिली थी l नोरा फतेही को सुकेश चंद्रशेखर से उपहार मिलने के तथ्य को प्रवर्तन निदेशालय ने ‘अपराध की आय की फिजूलखर्ची’ शीर्षक के तहत प्रस्तुत किया है l

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