डीपफ़ेक एक जाना-माना आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) का टूल है जो लोगों की फ़र्ज़ी पहचान बनाकर फोटो और वीडियो में बदलाव करता है, जिससे वह असली लगते हैं। हाल ही में एक नया डीपफ़ेक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें क्रिकेटर विराट कोहली और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को डीपफ़ेक का शिकार बनाया गया है।

पूरा मामला क्या है?

डीपफ़ेक का सिलसिला यहीं नहीं थम रहा। इसके पहले कई मशहूर लोगों को भी इसका शिकार बनाया गया है, जिनमें जो बाइडन, बराक ओबामा, एलोन मस्क और रश्मिका मंदाना शामिल हैं। हाल ही में मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का भी डीपफ़ेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह अस्पताल में दिखाई दे रही थीं और उनकी गोद में एक बच्चा था।

अब भारत के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली का एक डीपफ़ेक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विराट कोहली के पुराने इंटरव्यू से फुटेज लेकर उनके चेहरे पर पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की आवाज़ डाल दी गई है। वीडियो में कोहली ने कहा है, “मैंने गिल को बहुत करीब से देखा है। गिल की तकनीक शानदार है, लेकिन आप गिल का सटीक अनुमान एक ही बार में नहीं लगा सकते। कई लोग उसे मुझसे भी कंपेयर कर रहे हैं कि वह भविष्य का विराट कोहली है, लेकिन खेल के मैदान पर हमेशा एक ही कोहली रहेगा। जितने भी मैच मैंने खेले हैं और जिन विकट परिस्थितियों में मैंने स्कोर बढ़ाया, वह गिल कभी नहीं कर पाएगा।”

सचिन तेंदुलकर का परिवार भी शिकार

वहीं, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और उनके परिवार के सदस्य भी डीपफ़ेक का शिकार बने हैं। सचिन की बेटी सारा तेंदुलकर और बेटे अर्जुन तेंदुलकर की फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है। अर्जुन तेंदुलकर के चेहरे पर शुभमन गिल का चेहरा लगा दिया गया, और यह फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।सचिन तेंदुलकर ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि, “ये सभी वीडियो फेक हैं और जनता को अंधेरे में रखने का काम कर रहे हैं। टेक्नोलॉजी का इस तरह गलत इस्तेमाल सही नहीं है और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।” उन्होंने इस ट्वीट में महाराष्ट्र साइबर सैल, प्रसारण राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और भारतीय सरकार को भी टैग किया।

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