हनुमान जयंती एक हिन्दु धार्मिक त्यौहार है, जो भगवन श्री हनुमान जी के जनम दिवस पर मनाई जाती है। यह भारत के साथ साथ नेपाल में भी बेहद प्रसिद्ध और पूजनीय है ,यह त्यौहार भारत के कई हिस्सों में तिथि के अनुसार मनाया जाता है। भारत के ज्यादातर राज्यों में यह त्यौहार चैत्र पूर्णिमा पर मनाया जाता है। भगवन हनुमान जी को बुराई के खिलाफ जीत हासिल करने और सुरक्षा प्रदान करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है ,इस सुभ दिन पर श्रद्धालु भगवन श्री हनुमान जी से सुरक्षा और आशीर्वाद की प्राथना करते है। हनुमान जी का जनम अंजनेरी पर्वत पर हुआ था ,उनकी माता एक अप्सरा थी जो की एक श्राप के कारन पृथ्वी पर पैदा हुई थी ,पुत्र को जनम देने पर उन्हें इस श्राप से मुक्ति मिली ,वाल्मीकि रामायण में कहा गया है की उनके पिता केसरी ब्रस्पति के पुत्र थे ,वह सुमेरु नमक स्थान के राजा थे ,अंजना ने पुत्र प्राप्ति के लिए रूद्र से 12 तक गहन प्राथना की। उनकी प्राथना से प्रस्सन होकर हनुमान जी के रूप में पुत्र प्रदान किया। एक अन्य व्याख्या में स्वयं हनुमान जी रूद्र के अवतार एवं प्रतिबिम्ब है ,अथवा हनुमान जी को पवन पुत्र याने की पवन देवता का पुत्र माना जाता है। सनातन धरम के अनुसार सूर्य देव को हनुमान जी का गुरु मन जाता है।

हनुमान जयंती और जन्मोत्सव में क्या अंतर है।

साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है- एक चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को और दूसरी कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि. हनुमान जयंती का दिन हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। मन जाता है की हनुमान जयंती अगर सप्ताह के मंगवार या शनिवार को पड़ती है तोह इसकी गुणवत्ता कई गुना और बढ़ जाती है।

हनुमान जयंती का दिन राम भक्तो और हनुमान भक्तो के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है ,बजरंगबली जी के भक्त इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम और उत्साह से मानते है।
भगवन राम जी की लम्बी आयु के लिए हनुमान जी ने पुरे सरीर पर सिन्दूर लगा लिया था। कहा जाता है तभी से भगवान् श्री हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाने की परम्परा शुरुआत हुई.

हनुमान चालीसा पाठ।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मन जाता है की हनुमान चालीसा के पथ से बल ,बुद्धि ,विद्या तीनो में ही बढ़ोतरी होती है ,केवल यही नहीं चालीसा के हर एक श्लोक में असीम शक्ति है हनुमान जी की और साथ ही मन जाता है हनुमान जी की भक्ति से शरीर में शक्ति अवं ब्रह्मचर्य को पालन करने की असीम शक्ति प्रदान होती है।
और मान्यताओं के अनुसार भूत,पिशाच जैसे बालाओ से भी हमे बचाते है।

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