मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप को स्कंद कुमार यानि स्वार्मी कार्तिकेय की माता माना जाता है, इसी के चलते उनका नाम स्कंद माता पड़ा। मां स्कंदमाता की तस्वीरों में स्वामी कार्तिकेय के बाल स्वरूप स्कंददेव को माता की गोद में बैठे देखा जा सकता है। आपको बता दें संतान प्राप्ति के लिए स्कंदमाता की पूजा सबसे उत्तम मानी जाती है। मां सिंह के साथ-साथ कमल पर भी विराजमान रहती हैं जिसकी वजह से इन्हें पद्मासना भी कहा जाता है। मान्यताओं के मुताबिक मां स्कंदमाता को सफेद रंग अतिप्रिय हैं। ऐसे में पूजा के दौरान सफेद वस्त्र पहनकर मां की आराधना करें।

स्कंदमाता कि पूजा कर पाए आशीर्वाद

आपको बता दें मान्यताओं के मुताबिक मां स्कंदमाता को सफेद रंग अतिप्रिय हैं। ऐसे में पूजा के दौरान सफेद वस्त्र पहनकर मां की आराधना करें. इसके अलावा भोग में मां केले अर्पित करें। इसके अलावा मां को खीर भी अर्पित कर सकते हैं। इससे माता रानी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। मान्यता है कि स्कंदमाता की आराधना से सुख और शांति प्राप्त होती हैं।आपको बता दें नवरात्रि का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप मां स्कंदमाता की आराधना की जाती है।

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