भगवान राम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा की सभी तरह की तैयारिया अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी हैं l अयोध्‍या में चारों तरफ रामलला के आगमन को लेकर उत्‍सवी माहौल बना हुआ हैं l इतना ही नहीं वहां सभी शिल्‍पकार से लेकर मजदूर तक राम मंदिर को प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए तैयार करने में जुटे हुए हैं l रामलला के प्राण प्रतिष्‍ठा आयोजन को देखते हुए मंगलवार यानी आज से धार्मिक अनुष्‍ठान भी शुरू कर दिया गया है l तैयारियों के दौरान श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि धार्मिक कार्यक्रम के आखिरी 3 दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौकी पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोएंगे l

आपको बता दें कि 22 जनवरी 2024 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा कराई जाएगी l इस दौरान उन्हें कई तरह के धार्मिक और वैदिक नियमों का पालन भी करना होगा l श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने इस संबंध में बड़ी जानकारी दी है l उन्होंने कहा कि ‘लास्‍ट के 3 दिन पीएम मोदी अपनी चौकी पर केवल कंबल बिछाकर सोएंगे. इन तीन दिनों तक भोजन में सिर्फ फल का सेवन करेंगे l उन्होंने आगे बताया कि स्‍वयं पीएम मोदी ने पूछा था कि इसके लिए उनको क्‍या करना चाहिए l चाहे कितना भी कठिन से कठिन कुछ हो वह सबकुछ करने को तैयार हैं l उनको विशेष मंत्रों का जाप करना है, जो उनको बता दिया गया है l’

प्रधान मंत्री करेंगे दान, देंगे उपहार

बता दें कि श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा के दौरान नरेंद्र मोदी की ओर से कुछ दान किया जाएगा और साथ ही कुछ उपहार भी दिए जाएंगे l इनका पूजन भी किया जाएगा l इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए मुख्‍य यजमान अनिल मिश्रा होंगे l इनकी पात्रता लाने के लिए कुछ धार्मिक कर्म कराए जाएंगे l गोविंददेव महाराज ने बताया कि रामलला की प्रतिमा के मुखाबिंदु पर बाल भाव के साथ देव भाव भी है l साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के लिए जिन्‍होंने बलिदान दिया है, उन सभी के प्रतीक के रूप में जटायु जी की मूर्ति बनाई गई है l स्‍वयं पीएम मोदी उन प्रतिमाओं का पूजन करेंगे l

यजमान का होगा सरयू स्‍नान

बता दें कि गोविंददेव महाराज ने बताया कि पूजन यजमान को योग्यता प्राप्त करने के लिए मंगलवार को प्रायश्चित पूजन किया जाएगा l यजमान का सरयू स्नान होगा l इतना ही नहीं यजमान के हाथ से दान भी किया जाएगा l भगवान राम जन्मभूमि मंदिर के परिसर में बुधवार को पधारेंगे और 18 से पूजन विधिवत रूप से आरंभ हो जाएगा l

जानकारी के लिए आपको बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की मूर्ति पर प्रशासन और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था का जो होगा निर्देश उसी के अनुरूप होगा कार्य l उन्होंने रामलला की अचल मूर्ति पर कहा कि तीनों मूर्तियों को उचित स्‍थान दिया जाएगा l भगवान रामलला की अचल मूर्ति के रूप में मूर्तिकार अरुण योगी राज के द्वारा बनाई गई मूर्ति प्रतिष्ठित होगी l इसके साथ ही शेष दो मूर्तियों को भी मंदिर में ही रखा जाएगा l

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