किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच बुधवार को शंभू बॉर्डर पर भी कई बार भिड़ंत हुई l किसान बॉर्डर पार करने में तो असफल रहे, लेकिन उन्होंने हरियाणा पुलिस व अर्धसैनिक बलों की कार्रवाई करने के लिए कई तरीके निकाल लिए हैं। किसानों द्वारा अब पतंगें उड़ाकर सुरक्षाबलों के ड्रोन नीचे गिराए जा रहे हैं।

किसानों ने सुरक्षाबलों के हर वार को दी मात

बता दें कि शंभू बॉर्डर पर किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच हुई झड़प में पुलिस ने आंसू गैस के गोलों से किसान पर हमला किया लेकिन वहीँ किसानों द्वारा पानी में भीगी बोरियां डाल उन्हें लगातार बेअसर किया जा रहा है। वही गैस का असर कम करने के लिए किसान स्प्रे पंप का भी इस्तेमाल कर रहे हैं l इसके साथ ही किसानों ने रबड़ की गोलियों से बचने के लिए फुल बॉडी प्रोटेक्टर पहने हैं। केमिकल मिले हुए पानी की बौछारों से बचने के लिए पीपीई किट पहन कर बचाव किया जा रहा है। वहीं आंसू गैस के गोलों का असर कम करने के लिए चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगाई जा रही हैं l पानी की बौछारों से बचने के लिए ट्रैक्टरों को माॅडीफाई किया गया है। उनके बाहर विशेष प्रकार की शील्ड लगाई गई है। आंसू गैस से निपटने के लिए बाॅर्डर पर बड़े पंखे भी लगाए हैं, जिससे धुएं से बचा जा सके।

पंजाब सरकार उठाएगी घायल किसानों के इलाज का खर्च

पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने घोषणा की कि पुलिस कार्रवाई में घायल हुए किसानों के इलाज का पूरा खर्च पंजाब सरकार उठाएगी। वहीँ इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अपने हक की मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ डटकर खड़ी है।

बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री घायल हुए किसानों से मिलने के लिए अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचे। स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान अस्पतालों में सुविधाओं का जायजा लिया इसी बीच किसानों से बात भी की l जानकारी के लिए बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री ने जिन अस्पतालों का दौरा किया है, उनमें मोहाली के डॉ. बीआर आंबेडकर स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंस (एआईएमएस), सीएचसी बनूड़, सिविल अस्पताल राजपुरा और राजिंद्रा अस्पताल पटियाला शामिल है।

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