विपक्षी पार्टियों ने गुरुवार (14 दिसंबर) को संसद की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया l इसके साथ ही उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से बयान देने की मांग की l इस बीच लोकसभा स्पीकर ने हंगामा करने के आरोप में कांग्रेस के पांच सदस्यों टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को शीतकालीन सत्र की बाकी बचे समय से निलंबित कर दिया है l इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कहा कि हम सब सहमत हैं कि कल (बुधवार, 13 दिसंबर) की दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोकसभा सदस्यों की सुरक्षा में गंभीर चूक थी और इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है l
आपको बता दें कि इस मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि ”इस मुद्दे पर किसी भी सदस्य से राजनीति की अपेक्षा नहीं की जाती, हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना होगा l संसद में सुरक्षा में चूक की इस तरह की घटनाएं पहले भी होती रही हैं और उस समय के लोकसभा अध्यक्षों के निर्देशानुसार कार्यवाही चलाई जाती रही है l”
जानकारी के लिए आपको बता दें कि राज्यसभा से इससे पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डेरेक ओब्रायन को निलंबित कर दिया गया l विपक्षी दलों के सांसदों ने उनके निलंबन को लेकर राज्यसभा में जमकर हंगामा किया l इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई l
संसद सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्ष ने किया हंगामा
बता दें दरअसल, संसद की सुरक्षा में चूक के मसले पर विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया। इसी दौरान कुछ सदस्य सभापति के करीब वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सदस्य ‘गृह मंत्री सदन में आओ, सदन में आकर जवाब दो’ जैसे नारे लगा रहे थे। विपक्षी सदस्यों के आचरण पर नाराजगी जताते हुए सभापति ने उनसे कई बार वेल से दूर रहने का आग्रह किया। एक बार तो उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सदस्य डेरेक ओब्रायन के आचरण को अनुशासनहीता करार दिया और उनका नाम लेते हुए उन्हें सदन से बाहर चले जाने को कहा। इसके बावजूद सदन में हंगामा जारी रहा और ओब्रायन सदन में ही रहे।