भारत 15 अगस्त 2024 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. जी हाँ आपको बता दे कि प्रधान मंत्री मोदी एक बार फिर इतिहास रचने जा रहे है. आपकी जानकारी के लिए बतादे कि इस स्वतंत्र दिवस पर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले से 11वीं बार लगातार ध्वज फहरा कर देश को संबोधित कर ने जा रहे है. इससे पहले यह उपलब्धि सिर्फ हमारे पहले प्रधान मंत्री जो कि पंडित जवाहरलाल नेहरू थे,उन्होंने लगातार 11 वीं बार भाषण देने की उपलब्धि हासिल की.

आखिर कोन नया होगा शामिल?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीएम मोदी 15 अगस्त को ही पेरिस ओलंपिक के पदक विजेताओं से भी मुलाकात करेंगे. जैसा की भारत 15 अगस्त 2024 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इसी उपलब्धि में हमारे प्रधान मंत्री पेरिस ओलंपिक्स के मेडलिस्ट को भी सराहना करेंगे. सूत्रों से पता चलता है की मोदी उन् सभी से मुलाक़ात 1 बजे करीब करेंगे.मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल के स्वतंत्रता दिवस समारोह में लगभग 4,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. इनमें किसान, युवा, महिलाएं और निम्न-आय वर्ग के लोग शामिल हैं.आपकी सूचना के लिए बता दें कि पीएम मोदी ने इन समूहों को “विकसित भारत के चार स्तंभ” के रूप में परिभाषित किया था. अपने अक्सर पीएम मोदी को कहते हुए सुना है कि सरकार का फोकस GYAN पर है- यानी ग़रीब, युवा, अन्नदाता और नारी (महिला) हैं, तो इस बार भी उनका पूरा फोकस इन् चार वर्ग पर ही बताया जा रहा है.

क्या आपको पता है,स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के झंडारोहण में क्या फर्क है?

चलिए हम बता ते है, स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर ध्वजारोहण इसलिए करते है क्यूंकि यह परंपरा 1947 से चली आ रही है. लेकिन कई लोग इस बात से अनजान हैं कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के झंडारोहण एक नहीं होता।15 अगस्त कि तारीख हर भारतीय को एक नई शुरूआत की याद दिलाता है. 1947 में 15 अगस्त को ही ब्ब्रिटिशर की हुकूमत के चंगुल से छूट कर भारत में एक नए युग कि शुरुवात करी गयी. इस लिए प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं. लेकिन कई लोग इस बात से अनजान हैं कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के झंडारोहण एक नहीं होता.

दिल्ली की सुरक्षा को एक बड़ा खतरा?

26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) और 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस), दोनों ही दिन भारतीय तिरंगे को फहराया जाता है. लेकिन इनके तरीके में एक बड़ा अंतर होता है. 15 अगस्त को जहां ध्वजारोहण (Flag Hoisting) किया जाता है, वहीं 26 जनवरी को झंडा फहराया (Flag Unfurling) जाता है.दिल्ली में सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त कर दिया गया है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने आदेश जारी किया है। दिल्ली में पैराग्लाइडर्स, पैरा मोटर्स, हैंग ग्लेडर्स, UAV, UAS, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, हॉट एयर बैलून, पैरा जंपिंग और ड्रोन पर प्रतिबंध लगाया गया है। आपको बता दे, ये प्रतिबंध 2 अगस्त से लेकर 16 अगस्त तक के लिए लगाए गया है।

अब दिल्ली में झंडा कोन फेराएगा ?

इस वर्ष, क्यूंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री, केजरीवाल अबकी बार शराब घोटाले मामले के कारण मार्च से ही हिरासत में हैं, इसलिए आप सरकार के संयोजक ने 6 अगस्त को उपराज्यपाल वी के सक्सेना को पत्र लिखकर उनके स्थान पर आतिशी का नाम दिए था। सोमवार को तिहाड़ प्रशासन ने जेल नियमों का हवाला देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री को चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने पिछले हफ्ते उपराज्यपाल को लिखे पत्र की तरह औपचारिक संचार किया, तो उन्हें दिए जा रहे विशेषाधिकारों में कटौती कर दी जाएगी, जिसमें आतिशी को इस पद के लिए नामित किया गया था, जिसे “अनुचित गतिविधि” बोला गया। सूत्रों की माने तो अब इस बार, दिल्ली के गृहमंत्री कैलाश गहलोत झंडा फहराएंगे। यह नाम उप राज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने तय किया है।आपकी जानकारी के लिए बता दें ,लाल किले पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में स्कूल शिक्षा और साक्षरता क्षेत्र और सीमा सड़क संगठन/रक्षा मंत्रालय से 200-200 अतिथि शामिल हो रहे है. वहीं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा खेल क्षेत्र से 150-150 अतिथियों को आमंत्रित किया गया है, और नीति आयोग श्रेणी से 1,200 अतिथि होंगे। सूत्रों की माने तो,इस साल के स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए विशेष अतिथियों को 11 अलग-अलग समूहों में बांटा गया है. इनमें से 1,000 अतिथि कृषि और किसान कल्याण क्षेत्र से होंगे. युवा वर्ग से 600 अतिथि और महिला एवं बाल विकास से 300 अतिथि शामिल होंगे.वहीं पंचायती राज और ग्रामीण विकास से 300, और जनजातीय मामलों से 350 अतिथि भी शामिल होंगे.

क्या मोदी की हर घर तिरंगा कैंपेन हो रही कामियाब?

इस साल हर घर तिरंगा 3. 0 का आगाज़ 9 अगस्त को हो चूका था. प्रधान मंत्री ने लोगो से अपील किया था की सब सेल्फीज़ लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट जरूर करे. इस कैंपेन को 2 साल पुरे हो चुके है. इस तीसरे साल को और ख़ास बनाने के लिए एक विशेष रैली की तैयारियां भी चल रही है. यह रैली प्रगति के भारत ममंडपम से शुरू होकर इंडिया गेट तक जाएगी. लोगो के बीच अध्भुत उत्साह भी मोदी ने सहारा है.

By-Priyanshi Tyagi

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