Bindaas_Manini

‘फ्रैडशिप’ यानि मित्रता एक आपसी स्नेह का संबंध है। इस संबंध का जीवन में होना एक वरदान सिद्ध हुआ है। हमारे जीवन में सभी रिश्ते नाते जैसे- माता, पिता, भाई, बहन, बच्चे आदि भागवान बनाकर भेजता है। वहीं दूसरी ओर दोस्ती एक ऐसा संबंध है जिसकी बात ही अलग है। यह पूर्णतः हमारे चुनाव पर निर्भर है। हमें किसे अपना मित्र बनाना है यह हम तय करते हैं। यह बात और है कि मित्रों से मिलान भी परमात्मा के हाथ में ही होता है। ‘रामचरितमानस’ की चौपाई में भी कहा गया है —-बिनु सत्संग विवेक न होई। रामक्रपा बिनु सुलभ न सोई।। जिसका अर्थ है- सत्संग के बिना विवेक नहीं होता और परमात्मा की कृपा के बिना सत्संग सहज ही प्राप्त नहीं होता। यहाँ हम लोग सत्संग केवल संत-महात्माओं के साथ को ही समझते हैं लेकिन वास्तव में हर वह संगत सत्संग है जो बुरे वक्त में आपका साथ दे। सच्ची दोस्ती वही है जो उस समय आपका साथ दे जब पूरी दुनिया साथ छोड़ देती है।

मित्रता के संबंध के महत्व को जानते हुए संयुक्त राष्ट्र ने भी 30 जुलाई को इंटरनेशनल फ्रैंडशिप डे के रूप में मनाने की घोषणा की है। माना गया है कि मित्रता एक महान और बहुमूल्य भाव है। जीवन में अच्छे मित्रों के साथ से आप कभी निराशा के शिकार नहीं होते। अच्छे मित्र आपके चहरे पर मुस्कान लाते हैं। बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान उसे किसी से साझा करने पर मिल जाता है। और यही यदि किसी सच्चे मित्र के साथ साझा की जाए तो कुछ मिले या नहीं परन्तु मन की शांति ज़रूर मिलती है।

अंत में, सच्चे दोस्त हमें बेहतरीन ज़िदगी दे सकते हैं। यदि आपके पास अच्छे मित्रों का साथ है तो यकीन मानिए आप बहुत भाग्यशाली हैं।

सभी को इंटरनेशनल फ्रैडशिप डे की हार्दिक शुभकामनाएं।

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