होली के मौके पर हिन्दू और मुसलमान विरोधी रंग देखने को मिलेंगे। महाकुंभ के बाद अब वृंदावन में होली पर मुस्लिम समाज के दुकान लगाने और शामिल होने पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठी है। सीएम योगी को खून से लिखे पत्र भी भेजे गए। बिहार भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने इसपर अपना सम्पूर्ण समर्थन दिखाया है। यह बात अब राजनितिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
होली पर मंदिरों के आसपास न लगें मुसलमानों की दुकान
हिंदू प्रमुख त्योहारों में से एक होली का त्योहार भी है। जो पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। ब्रज की होली में शामिल होने के लिए दुनियाभर से लोग भारत आते हैं। इस बीच हिंदूवादी संगठनों ने सीएम योगी से गैर- हिन्दुओं को होली पर मंदिरो के आसपास दुकान पर रोक लगाने की बड़ी मांग कि है। जिसके पीछे वजह बताते हुए हिन्दू संगठन ने कहा की मुसलमान समाज त्यौहार को ख़राब करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। आपको बता दें की इससे पहले ऐसी बहुत सी घटनाओं के वीडियो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य राज्यों से खाने पीने की चीजों में थूक और मूत्र मिलाने के सामने आए हैं। वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत रवींद्र पुरी ने भी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ-2025 में गैर-हिंदुओं को दुकानें लगाने की अनुमति नहीं देने की बात करते हुए कहा था की चाय की दुकानों, जूस की दुकानों और फूलों की दुकानों को उनके लिए अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। जिसके बाद अब ब्रज की होली पर भी मुसलमानों की एंट्री बैन करने की मांग की है। मुस्लिम समाज की ओर से कड़ी आलोचना करते हुए कहा की ‘ब्रज में तो महाकवि रसखान और ताजबीबी जैसे कृष्णभक्तों के उदाहरण दिए जाते हैं, सरकार ने भी उनकी भावनाओं को मान देते हुए उनके समाधी-स्थलों का जीर्णोद्धार कराया है।’ ब्रज में होली शांति और सौहार्द के साथ मनाई जाएगी, यहां आपस में गले मिलकर बधाईयां देने की परंपरा रही है ऐसे में इस तरह के बयान भेद-भाव पैदा करने वाले हैं। होली पर प्रतिबंध लागए जाने पर उन महान कवियों के समाधी स्थलों को भी उखाड़ फेंका जाना चाहिए।
सीएम को खून से लिखा पत्र…
कृष्ण की नगरी मथुरा में होली का त्योहार बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। यह उत्सव केवल एक दिन का नहीं, बल्कि लगभग एक महीने तक चलने वाला धूमधाम भरा मेला है। ऐसे में मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का केस लड़ रहे दिनेश फलाहारी ने वीडियो के जरिये मांग करते हुए कहा की हिंदुओं के हृदय सम्राट हैं सीएम योगी आदित्यनाथ। हिंदू त्योहारों से मुसलमान नफरत करते हैं, होली पर यह लोग व्यंजनों व पवित्र रंगों में थूक सकते हैं, कांच के टुकड़े मिला सकते हैं, ऐसे में इन लोगों को हमारे त्योहार से दूर रखा जाए। आपको बता दें की इससे पहले भी खाने में थूकने के कई मामले सामने आए हैं। आगे उन्होंने कहा कि होली पर मंदिरों के आसपास इनकी दुकान नहीं लगनी चाहिए। उन्होंने खून से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर मुसलमानों की दुकान होली पर नहीं लगाने देने के लिए गुहार लगाई है। जिसपर सपा और बसपा ने इस मुद्दे पर निशाना साधते हुए इसे संविधान का विरोध और समाज को तोड़ने वाला बताते हुए बीजेपी पर हिंदू-मुसलमानों को बांटने का बड़ा आरोप लगाया है। बलिया से सपा सांसद सनातन पांडेय ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष द्वारा खून से लिखे पत्र की आलोचना की। उन्होंने कहा, “संविधान किसी भी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव करने की इजाजत नहीं देता। भगवान कृष्ण प्रेम और एकता के प्रतीक थे, उन्होंने कभी नफरत का बीज नहीं बोया।” सपा सांसद ने आगे कहा कि बीजेपी सत्ता के लिए हिंदू और मुसलमानों को बांटना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब एक सुनियोजित राजनीतिक चाल है, जिससे समाज में विभाजन पैदा किया जा सके। इस बीच हिंदूवादी संगठनों का दावा है कि वे सिर्फ धार्मिक आयोजनों की पवित्रता बनाए रखना चाहते हैं। अब देखना यह होगा की योगी सरकार इस विवादित मांग पर क्या रुख अपनाती है और क्या यह मामला चुनावी मुद्दा बन सकता है?