हर साल कार्तिक मास के महीने में दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती हैं, लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं, लेकिन इस बार अमावस्या की तिथि दो दिन पड़ने की वज़ह से लोगों में तारीख़ को लेकर थोड़ी अनबन हैं। बने रहिये हमारे साथ गोवर्धन की सही तारीख और पूजा करने का शुभ महुरत जानने के लिए…
गोवर्धन पूजा का योग और क्या है शुभ मुहूर्त
जानकारी के लिए आपको बताते चले की हर साल गोवर्धन पूजा लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं, ये पूजा हर वर्ष दिवाली के अगले दिन की जाती हैं लेकिन पांचांग के अनुसार, कार्तिक शुक्ल में अमावस्या की तिथि दो दिन होने के कारण इस वर्ष 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट से शुरू होकर 22 अक्टूबर की रात 8 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। ऐसे में 22 अक्टूबर बुधवार को यानी की आज गोवर्धन मनाया जायेगा। जानकारी से पता चला हैं की गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर 2025 की सुबह 06:30 से 08:47 तक रहेगा। वहीं गोवर्धन पूजा का शाम का समय दोपहर 03:36 से शाम 05:52 बजे तक रहने वाला है। सूत्रों से ‘जानकारी मिली हैं की पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 29 मिनट से शाम 5 बजकर 44 मिनट तक रहने वाला हैं।
क्या हैं गोवर्धन पूजा की विधि?
हमने अक्सर अपने घर की माताओं या दादी को गोवर्धन पूजा करते हुए ज़रूर देखा होगा जिसमे वो प्रातः सुबह जल्दी उठकर स्नान करके व्रत करके भोग बनाती हैं उसके बाद महूरत के समय आंगन या पूजा स्थल को साफ़ करके वहा गंगा जल का छिड़काव करके गोबर से गोवर्धन पर्वत बनती हैं और साथ ही भगवान श्रीकृष्ण, बलराम, गो माता की भी आकृति बनाकर उसपर रंगो से सजावट करती हैं, आकृति के चारों और दीये लगाती हैं। दीपक जलाकर पूजा शुरू होती हैं, एक दिया आकृति के बीच में रखा जाता हैं जिसमें दूध, दही, घी, शहद, जल, पुष्प, धूप, दीप और विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया जाता हैं इसके पश्चात् परिक्रमा के समय हाथ में कलश लेकर जल की धारा डालते हुए सात बार परिक्रमा लगाई जाती हैं। अंत में सभी परिवार के सदस्य प्रसाद ग्रहण करके पूजा समाप्त करते हैं।