अयोध्या दीपोत्सव प्रभु श्रीराम जी के जन्मस्थान पर हर वर्ष आयोजित किया जाने वाला भव्य समारोह है। इसमें लाखों दीप एक साथ सरयू नदी के तट पर प्रज्वलित किये जाते है। 2025 के दौरान थीमेटिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो का आयोजन होगा, यहां तकनीक के साथ परंपरा का संगम देखने को मिलेगा। दीपोत्सव को अभूतपूर्व और भव्य बनाने के लिए पर्यटन व संस्कृति विभाग ने नए प्रयोग पर लगाया ज़ोर।

रंग बिरंगी रोशनी से जगमगाएगी पूरी अयोध्या नगरी…

दीपोत्सव हर वर्ष दीपाली से पहले अयोध्या में श्री राम जी की 14 वर्ष के वनवास के बाद घर वापस आने की ख़ुशी में मनाया जाता है। इस भव्य समारोह को देखने और संस्कृति का आनंद लेने के लिए देश विदेश से लाखो की संख्या में श्रद्धालु भारत अयोध्या आते है। हर वर्ष दीपो के संख्या लाखों में होती है, दीपोत्सव के दौरान सरयू नदी के तट पर स्थित राम की पैड़ी सहित पूरे अयोध्या में लाखों की संख्या में दीपक जलाए जाते हैं, जिसे देख भक्तो का श्रीराम के प्रति स्नेह और बढ़ जाता है। जो लोग मीलो दूर से दर्शन पाने आते है उनकी आस्था में जी जान डाल देता है ये दिवस। इसी के साथ राम की पैड़ी पर सरयू नदी के किनारे एक मनमोहक आरती का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं। ऐसे में जहां पूरी नगरी रोशनी से जगमगाएगी तो दूसरी ओर सरयू घाट पर 26 लाख से अधिक दीपों को जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा।

थीमेटिक प्रोजेक्शन और क्या-क्या?

प्रचलित अयोध्या के दीपोत्सव में तकनीक का उपयोग करते हुए, थीमेटिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी दिखाया जायेगा, जिसमे प्रोजेक्शन, लेजर इफेक्ट्स, लाइव परफॉर्मेंस और आतिशबाजी के जरिए भगवान श्रीराम की कथा को भव्य रूप से दर्शाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सूत्रों से हमे पता चला है की राम की पैड़ी पर आयोजित थोमेटिक प्रोजेक्शन मैपिंग शो में 100 से अधिक कलाकार मंच पर अपनी प्रस्तुति देंगे। सरयू नदी पर 200 मीटर लंबे क्षेत्र में झांकियों के माध्यम से रामायण के प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इस शो की खासियत यह होगी कि इसमें पिछले दीपोत्सवों के विजुअल्स, म्यूजिक, स्टोरीबोर्ड या एनीमेशन का दोहराव नहीं होगा, जिससे दर्शकों को एक नया अनुभव मिलेगा।

परंपरा का होगा अनोखा संगम

राम जन्मभूमि पर होने वाले भव्य समारोह का उद्देश्य श्री राम की गाथा को जीवंत करना, विश्वभर में रामभक्तों को जोड़ना और संस्कृति व परंपरा के माध्यम से अयोध्या की दिव्यता को प्रज्वलित करना है, इसमें लाखों दीप जलाए जाते हैं, पिछले वर्ष दीपोत्सव में अयोध्या ने नया विश्व रिकॉर्ड बनाया, जिसमें 25 लाख 12 हजार 585 दिए जलाए गए। यह नया कीर्तिमान 28 लाख दीये जलाने के लक्ष्य से अधिक हासिल हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अद्भुत और अकल्पनीय बताया, अब इस वर्ष देखना ये है की क्या इस वर्ष भी अयोध्या दीपोत्सव पर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना पायेगा…और रामायण के प्रसंगों को झांकियों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता रहा है। यह अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक तकनीक के साथ प्रस्तुत करने का एक अनूठा प्रयास है।

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