आज ब्रह्म मुहूर्त होते ही अयोध्‍या की गलियों, घाटों और मंदिरों में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया हैं। 25 नवंबर के ध्‍वजारोहण समारोह की तैयारियां महीने भर से चल रही थी, सदियों से जिस पल का इंतजार था, आज वह पूर्णता को प्राप्‍त हो गया…

शुभ महूरत और तिथियां

सदियों से जिस पल का इंतजार था, आज वह समाप्त हो गया हैं जी हां दोस्तों अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया हैं और आज मंगलवार को शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्‍वज फहरा दिया। अयोध्या वासियों के लिए ये एक बेहद सुखी पल हैं। पीएम मोदी ने 11 बजकर 55 मिनट के शुभ मुहूर्त पर ध्वज फहराया और जो धर्म ध्वज फहराया वो राम मंदिर के लिए खास तौर पर तैयार किया गया है। पीएम मोदी के साथ राम मंदिर में मोहन भगवत, उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ भी वहा मौज़ूद थे। आपको बताते की पीएम मोदी ने ध्वजारोहण के बाद अयोध्या नगरी के लोगों का अभिनन्दन करते हुए एक भाषण देते हुए कहा की “इसलिए मैं आदरपूर्वक कहना चाहता हूं, यह समय कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ने का है यह समय गति बढ़ाने का है। हमें वह भारत बनाना है जो राम राज्य से प्रेरित हो और यह तभी संभव है जब स्वार्थ से पहले राष्ट्रहित हो, जब राष्ट्रहित सर्वोपरि माना जाए, एक बार फिर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं, जय सियाराम…”

राम मंदिर के ध्वज में क्या हैं ख़ास ??

मंदिर पर फहराने वाली ध्वजा अपने आपमें ही बेहद खास हैं, राम मंदिर के शिखर यानी की 205 फीट की ऊंचाई पर ध्वज लहरा रहा हैं। इस ध्वज की लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट और ध्वज का वजन करीब 11 बताया जा रहा हैं। आपको जानकारी के लिए बताते चले की इस ध्वज पर राम राज्य के राजकीय चिह्न कोविदार वृक्ष के साथ-साथ सूर्यवंश के प्रतीक भगवान सूर्य और समन्वय के प्रतीक ओंकार का चिह्न भी अंकित किया गया हैं, इसका रंग भगवा यानी केसरिया रंग हैं जो की शक्ति और साहस का प्रतीक है। सूत्रों से पता चला हैं की ध्वज पर सोने के बने तार से कारीगरी की गई हैं, इसी के साथ राम लला के वस्त्रों पर भी स्वर्ण के तर की कारीगरी की गई हैं।

क्यु ख़ास था पीएम मोदी का सम्बोधन ??

पीएम मोदी ने अयोध्या की जनता को सम्बोधित करते हुए कहा की आज अयोध्या नगरी भारत की सांस्कृतिक चेतना के एक और उत्कर्ष-बिंदु की साक्षी बन रही है, ये धर्म ध्वजा केवल एक ध्वज नहीं… ये भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज है। इसका भगवा रंग शक्ति और साहस का प्रतीक है, उन्होंने आगे कहा की जो लोग आज यहां नहीं आ पाए उनको ये ध्वज दूर से ही रामलला की जन्मभूमि के दर्शन कराएगा। उनका मानना हैं की ये ध्वज युगों युगों तक श्री राम के आदेशों और प्रेरणाओं को मानव मात्र तक पहुंचाएगा। बात आगे बढ़ाते हुए ये ज़ोर दिया की अयोध्या आने पर राम मंदिर के दर्शन ज़रूर करें, अंत में पीएम मोदी ने विकसित भारत पर कुछ ख़ास बातें कहीं की “हम सबके प्रयास से ही 2047- जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा, तब तक विकसित भारत का निर्माण हम सबको एक जुट होकर करना हैं। 25 नवंबर का यह ऐतिहासिक दिन – अपनी विरासत पर गर्व का अद्भुत क्षण लेकर आया है।

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