द केरल स्टोरी को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा है. अगर ये शो आपको देखना है, फिल्म देखने से पहले ये रिव्यू जरूर पढ़ें .‘द केरल स्टोरी’ थिएटर में रिलीज हो चुकी है. इस फिल्म के साथ फिल्म निर्माता सुदिप्तो सेन और क्रिएटिव डायरेक्टर विपुल शाह ने ऐसी कहानी बयां करने की कोशिश की है, जिसे देख आपका दिल दहल जाएगा. अदा शर्मा, योगिता बिहानी के साथ सोनिया बेलानी इस फिल्म में प्रमुख भूमिका निभाते हुए नजर आ रही हैं. कहानी शुरू होती है शालिनी उन्नीकृष्णन से जिसे अफगानी सुरक्षा फोर्स आतंकवादी करार देते हुए हिरासत में लेती है. शालिनी बार बार यह कहने की कोशिश करती है कि वो पीड़ित है, लेकिन उस पर कोई विश्वास नहीं करता. तब फ्लैशबैक में शुरू होती है शालिनी की कहानी. कोच्चि की शालिनी कासरगोड के नर्सिंग स्कूल में पढ़ाई करने जाती है, वहां उनकी मुलाकात नीमा, गीतांजलि और आसिफा से होती है। तकनीक और प्रोफेशनल ट्रेनिंग के तहत आसिफा अपने तीन खास दोस्तों का ब्रेन वॉश करते है. इस्लाम धर्म सर्वश्रेष्ठ है और इसे सबको स्वीकारना चाहिए, ये विचार उनके दिमाग में डालती रहती है. किस तरह से केरल की ये लड़कियां आसिफा के चंगुल में फंस जाती हैं, कैसे इन लड़कियों को प्रेग्नेंट कराने के बाद बाहर देश भेजा जाता है, इन लड़कियों के साथ-साथ उनका परिवार भी किस मुश्किलों से गुजरता है, कहानी इन्हीं चीज़ों के इर्द गिर्द घूमती है।
आइये जानते है कैसी है फिल्म।
निर्देशक सुदिप्तो हमारे देश के सबसे ज्यादा साक्षर कहलाने वाले राज्य की भयावह वास्तविकता को चतुराई से पेश करते हैं. उनकी ये फिल्म देखने वालों को तब बेचैन कर देती है, जब ये दिखाया जाता है कि किस तरह से सभी धर्म की निर्दोष महिलाओं को कभी प्यार से तो कभी धमकी देकर इस्लाम में परिवर्तित किया जाता है, तब फिल्म में दिखाया हुआ दर्द आपके दिल तक पंहुचा कर निर्देशक का विजन सफल होते हुए नजर आता है.
‘द केरल स्टोरी’ जैसे विषय को बड़े पर्दे पेश करना आसान नहीं था, लेकिन इस मामले में सुदिप्तो डिस्टिंक्शन के साथ पास हुए हैं. लेखक ने बड़ी खूबसूरती से डायलॉग लिखे हैं, श्रीलंका, सीरिया सब के ब्लास्ट में केरल के लड़के मिलते हैं, तब भी आपको साबूत चाहिए, जिसको खुद डर लगता है वो तुम्हारी रक्षा कैसे करता है, जैसे कुछ डायलॉग आपको हैरान कर देते हैं.
एक्टिंग एंड म्यूजिक।
अदा शर्मा हमेशा से अपनी फिल्मों को लेकर सेलेक्टिव रही हैं. इस फिल्म में अदा ने बेहतरीन एक्टिंग की है. उन्होंने साउथ एक्सेंट का भी सही इस्तेमाल किया है. काफी सही तरह से अदा के साथ साथ योगिता और सोनिया ने भी अपने हिस्से के रोल को निभाया है. इस फिल्म में बाकी के कलाकारों ने भी अपनी भूमिका से न्याय किया है. म्यूजिक और बैकग्राउंड म्यूजिक का सही तरह से फिल्म में इस्तेमाल किया गया है.
कमजोर दिल वाले लोग न देखे।
केरल जैसे साक्षर शहर में चंद बातें बोलकर धर्मपरिवर्तन करवाना, लॉजिक से सोचा जाए, तो इम्पॉसिबल लगता है. अगर आपको हिंसा देखना पसंद नहीं तो ये फिल्म आपके लिए नहीं है. मेकर्स का दावा है कि ये फिल्म सच्चाई पर आधारित है. फिल्म के आखिर में उन्होंने कुछ प्रूफ दिए हैं और इसकी कहानी को सच्चा बताने का प्रयास किया है।
मेकर्स का दावा है कि केरल से 30000 से ज्यादा लड़कियां गायब हो चुकी हैं. अपने दावे पर वो कायम रहते हैं. केरल की जिन तीन लड़कियों की कहानी फिल्म में बताई गई है, उनकी पहचान का खुलासा न करते हुए उनके वीडियो और इस फिल्म के लिए डाटा इकट्ठा करने की टीम की कोशिश फिल्म के आखिर में ऑडियंस के सामने पेश की गई है.