कोलकाता नगर निगम ने विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द कर ईद पर दो दिन की छुट्टी का ऐलान किया, नगर निगम के इस फैसले ने मुसीबत पैदा कर दिया है। बीजेपी ने ममता सरकार पर हिंदू विरोधी होने का बड़ा आरोप लगाया। बाद में नगर निगम ने इसे टाइपिंग एरर बताया और नोटिस को वापस ले लिया गया।
छुट्टियों के आदेश पर मचा बवाल!
बंगाल में ममता की सरकार ने सियासी भूचाल ला दिया है। टी एम सी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने बंगाल में अपने नगर निगम के अधिकारी द्वारा हिन्दू विरोधी होने का सबूत दिया है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में केएमसी के एक अधिकारी से बढ़ी चूक हुई जिससे दो बातें पता चलती है। पहली तो यह की ममता की सरकार व राज्य हिन्दू विरोधी है और दूसरी, की क्या इतने बड़े पद पर अनपढ़ अधिकारी आसीन हैं? क्योंकि कोई भी आदेश यदि जारी होता है तो वह बहुत से अधिकारियों तक होकर गुज़रता है। इस तरह का आदेश ममता की हिन्दू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। आपको बता दें की पच्चीस फरवरी की तारीख वाले इस नोटिस पर केएमसी के शिक्षा विभाग के मुख्य प्रबंधक के हस्ताक्षर हैं। आगे बयान देते हुए नगर निगम आयुक्त ने कहा कि ‘‘हिंदी माध्यम केएमसीपी स्कूलों के लिए अवकाश सूची के बारे में आदेश केएमसी के सक्षम प्राधिकारी से कोई सहमति प्राप्त किए बिना जारी किया गया था।’’ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा गया है कि अधिकारी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बयान में यह भी कहा गया कि ‘चूंकि यह आदेश निगम के सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना जारी किया गया था इसलिए इसे रद्द किया जाता है और छुट्टियों की सूची को मौजूदा मानदंडों के अनुसार बनाए रखते हुए एक संशोधित आदेश जारी किया जाएगा।’’
सफाई देने में जुटी ममता सरकार
विवाद के बढ़ने के बाद कोलकाता नगर निगम हरकत में आया और इस आदेश को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया। नगर निगम के अनुसार, यह आदेश “गलती से जारी” हो गया था और इसे “टाइपिंग मिस्टेक” बताया गया। जिसके जवाब में केएमसी ने तुरंत सुधार पत्र जारी कर 25 फरवरी को जारी सूची को रद्द कर दियाहै। साथ ही टाइपोग्राफिकल त्रुटि और प्रक्रियागत खामियों का हवाला दिया। केएमसी की ओर से जारी बयान में यह कहा गया है कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और इस चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा रही है। नगर निकाय ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार अवकाश कार्यक्रम और मौजूदा मानदंडों के अनुसार संशोधित और सटीक अवकाश सूची जारी की जाएगी।
आदेश जारी होते ही छिड़ा महासंग्राम
कोलकाता नगर निगम (KMC) के स्कूलों में विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द कर दी और ईद की छुट्टियां दो दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है। वहीं इस मामले में बंगाल की सियासत भयंकर गरमा गई है। लेकिन इस घटनाक्रम ने बंगाल में एक नए राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है और इस फैसले के सामने आते ही विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। आपको जानकारी के लिए बता दें की बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए इस कदम को “राजनीतिक भेदभाव” करार किया है।
एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए मालवीय ने लिखा, ‘पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के इस्लामिक राज में आपका स्वागत है. इससे पहले, मुख्यमंत्री ने एकतरफा तरीके से ओबीसी सब-कोटा के तहत आरक्षण में कटौती की और मनमाने ढंग से मुसलमानों को शामिल किया, जिससे ओबीसी को उनका हक नहीं मिल पाया. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इसे सही ठहराया है और अब इस मामले की सुनवाई सर्वोच्च न्यायालय में हो रही है. भाजपा संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार न्याय सुनिश्चित करेगी।’ गौरतलब है की बीजेपी का विजयी रथ जारी है, हरियाणा से लेकर दिल्ली तक बीजेपी अपने जीत के झंडे गाड़ चुकी है, अब कयास लगाया जा रहा है की बीजेपी का अगला राज्य पश्चिम बंगाल होने वाला है क्योंकि 2026 में बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाला है, जिसकी तैयारी बीजेपी ने अभी से शुरू कर दी है।