आपको बता दें कि राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की जा चुकी है l सदस्यता रद्द की जाने के बाद अब वायनाड की सीट खाली हो गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि जल्द ही इस सीट पर भी उपचुनाव हो सकते हैं l अब सवाल ये उठता है कि अगर उपचुनाव हुए तो कांग्रेस के टिकट पर कौन चुनाव लड़ेगा? बुधवार को चुनाव आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों का एलान कर दिया है l इस दौरान आयोग ने हाल ही में खाली हुई केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनावों का एलान अभी नहीं किया गया। जैसा कि आप लोग जानते है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस सीट से सांसद थे।परन्तु अब राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो चुकी है। बता दें कि राहुल गांधी ने 2019 में केरल के वायनाड सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। लेकिन अब राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद अब वायनाड की सीट खाली हो गई है। हालांकि, पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट के साथ ही तीन राज्यों की चार विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीखों का एलान जरूर हुआ। बेशक अभी वायनाड उपचुनाव का एलान नहीं हुआ, लेकिन बताया जा रहा है कि आगे चुनाव आयोग इसका एलान कर सकती है। अब सवाल ये है कि नियम क्या कहता है? आखिर क्यों अभी आयोग ने उप-चुनाव का एलान नहीं किया? आगे अगर उपचुनाव हुए तो कांग्रेस के टिकट पर कौन चुनाव लड़ेगा?

वायनाड सीट
वायनाड केरल लोकसभा की सीट है l 2009 में ये सीट अस्तित्व में आई। परीसीमन के बाद इसे 2008 में लोकसभा सीट के रूप में घोषित किया गया। 2009 में यहां पर पहली बार चुनाव हुए। पहले चुनाव में ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कैंडिडेट एडवोकेट एम. रहमतुल्ला को कांग्रेस उम्मीदवार एमआई शनावास ने लगभग 1,53,439 वोटों से हराया था। लोकसभा चुनाव 2014 में भी कांग्रेस ने ही बाजी मारी। कांग्रेस उम्मीदवार शनावास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सीपीआई उम्मीदवार पीआर सत्यन मुकरी को 20,870 वोटों से मात दी थी l वायनाड सीट केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक तीनों प्रांतों को जोड़ने वाला क्षेत्र हैं और तीनों ही प्रांत कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्रों में आते हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट पर 10 मई को चुनाव होगा और उसके नतीजे 13 मई को आएंगे।ओडिशा की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट, उत्तर प्रदेश की छानबे और स्वार विधानसभा सीट और मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर भी इन्हीं तारीखों पर चुनाव होगा l फिलहाल वायनाड छोड़कर ओडिशा की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट, उत्तर प्रदेश की छानबे और स्वार विधानसभा सीट और मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट पर भी इन्हीं तारीखों पर चुनाव होगा। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्र प्रकाश पांडेय बताते है कि यहां राहुल गांधी की अयोग्यता के बाद वायनाड सीट 23 मार्च को खाली हो गई थी, ऐसे में धारा 151ए के अनुसार चुनाव आयोग के लिए 22 सितंबर, 2023 तक इस निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव कराना अनिवार्य है। यहां 17वीं लोकसभा का कार्यकाल पूरा होने में अभी एक साल से ज्यादा का समय बचा है, ऐसे में यहां उपचुनाव अनिवार्य हो जाता है, भले ही निर्वाचित सांसद को बेहद छोटा कार्यकाल मिले।’

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