दक्षिणी कुवैत में बुधवार को हुए दर्दनाक और भीषण अग्निकांड ने भारत सरकार तक को भी हिला कर रख दिया हैं l इस भीषण अग्निकांड में 49 लोगों की आग से झुलसकर मौत हो गई है l वहीं, इस हादसे में मरने वाले लोगों में 30 भारतीय बताए जा रहे हैं l बता दें यह घटना अल-मंगफ इमारत में हुई, जो मजदूरों का आवास था l इस घटना के बाद भारत सरकार की ओर से तत्काल कुवैत की सरकार से संपर्क किया गया और घायलों के शीघ्र इलाज को कहा गया l

कैसे लगी भीषण आज?

बता दें स्थानीय मीडिया के मुताबिक अधिकांश मौतें उस समय हुई जब निवासी सो रहे थे और धुआं इमारत के अंदर भर गया l आग की इस घटना में मरने वाले अधिकांश भारतीय केरल, तमिलनाडु और कुछ लोग उत्तरी राज्यों के रहने वाले थे l अनुमान लगाया गया कि आग में मरने वाले पीड़ितों में से एक शमीर उमरुद्दीन ने घबराहट में इमारत से छलांग लगा ली होगी l कुवैत में काम कर रहे उत्तरी केरल के रहने वाले रंजीत डेढ़ साल पहले नए घर में गृहप्रवेश के बाद कुवैत गए थे। जुलाई में वह छुट्टी पर आने वाले थे। इमारत में आग लगने की खबर से पूरा गांव सुन्न है। अनौपचारिक रूप से जानकारी मिली है कि रंजीत की भी हादसे में मौत हो गई है। गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि रंजीत काफी दयालु और भरोसेमंद व्यक्ति थे। वे बीमार माता-पिता के आखिरी उम्मीद थे।

कुवैत एंबेसी ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

बता दें कुवैत में हुए हादसे के बाद भारत सरकार के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह अब कुवैत के लिए रवाना हो रहे हैं l अग्निकांड में कई भारतीय मजदूरों के मारे जाने की खबर के बाद उनको वहां भेजा गया है l इस बीच कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने इस त्रासदी के संबंध में आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर (+965-65505246) जारी किया है l

मेरी संवेदनाएं सभी लोगों के साथ हैं- PM मोदी

बता दें प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि कुवैत शहर में आग लगने की दुर्घटना दुःखद है l मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है l आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि “मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं l इसके सतह ही उन्होंने आश्वासन दिया कि कुवैत स्थित भारतीय दूतावास स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है l”

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