Chandrayaan-3 की लैंडिंग 23 अगस्त की शाम छह बजकर चार मिनट पर हो सकती है। ईसरो के मुताबिक़ अगर सब कुछ ठीक रहा तो 23 अगस्त को ही लैंडिंग होगी। अगर 23 को लैंडिंग किसी कारण न होने पर 27 अगस्त को लैंडिंग का दूसरा विकल्प तैयार रहेगा।आपको बता दें कि वैज्ञानिक लैंडर और चंद्रमा के हालात पर ग़ौर करने के बाद तारीख़ बढ़ाने का फ़ैसला लेंगे। अब ज्यादा समय बचा नहीं है। बता दें कि विक्रम लैंडर 25 km x 134 km की ऑर्बिट में घूम रहा है।

कल का दिन हो सकता है एतिहासिक

आपको बता दें कि कल 23 अगस्त दिन बुधवार देश के लिए अविश्वसनीय दिन हो सकती है। आपको बता दें कि कल इसरो वैज्ञानिकों कि अग्नि परीक्षा है। कल देश सबसे दहशत वाले बीस मिनटों में से एक से गुजरेगा, जब विक्रम लैंडर शाम को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगा। भारत का चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास प्रज्ञान रोवर के साथ विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास करके इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसकी यात्रा के अंतिम बीस मिनट के रोमांचक क्षणों को टेरर के बीस मिनट के रूप में बताया जा रहा है, जो किसी टी-20 मैच के कड़े अंत की तरह, तो किसी बेचैन आशिक कि तरह है जिसे अपनी प्रेमिका का इंतज़ार हो।

27 अगस्त बन सकता है दूसरा विकल्प

आपको बता दे कि चंद्रयान 3 जिस पर पूरी दुनिया की निगाह है। चांद की सतह पर लैंडिंग का दूसरा विकल्प भी तैयार कर चूका है। इसरो के मुताबिक़ अगर सब कुछ ठीक रहा तो 23 अगस्त को ही लैंडिंग होग और 23 अगस्त भारत के लिए एतिहासिक दिन बन सकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो 27 अगस्त को लैंडिंग का दूसरा विकल्प तैयार रहेगा। वैज्ञानिक लैंडर और चंद्रमा के हालात पर ग़ौर करने के बाद तारीख़ आगे बढ़ाने का फ़ैसला लेंगे।

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