पीएम मोदी ने संसद सत्र से पहले मणिपुर की घटना पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में दोनों बेटियों के साथ जो हुआ यह 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार करने वाला है l इस घटना ने पूरे देश का सिर झुका दिया है। पीएम ने कहा कि घटना से मैं बहुत दुखी हूं और देश को विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

प्रधानमंत्री ने मणिपुर की घटना पर कहा-

पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना पूरे देश के लिए अपमान है, क्योंकि इसने 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार किया है। मणिपुर में महिलाओं के साथ जो घटना हुई उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति को और मजबूत करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा, “मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और मजबूत करें, खासकर नारी की सुरक्षा के लिए और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें।” उन्होंने कहा कि चाहे घटना राजस्थान, छत्तीसगढ़, मणिपुर या देश के किसी भी हिस्से की हो, राजनीति से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था महत्वपूर्ण है। इससे पहले पीएम मोदी ने संसद सत्र के आगाज को लेकर कहा कि सभी सांसदों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी और जनता के लिए सदन का सदुपयोग करना होगा। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सांसद लोक कल्याण के मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद के मानसून सत्र का उपयोग करेंगे और कहा कि चर्चा जितनी तेज होगी, जनहित में उतना ही बेहतर परिणाम निकलेगा। पीएम ने कहा कि आज जब हम लोकतंत्र के इस मंदिर में सावन के पवित्र महीने में मिल रहे हैं, मुझे विश्वास है कि सभी सांसद मिलकर इसका उपयोग लोगों के अधिकतम कल्याण के लिए करेंगे और सांसद के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब हम लोकतंत्र के इस मंदिर में सावन के पवित्र महीने में मिल रहे हैं, मुझे विश्वास है कि सभी सांसद मिलकर इसका उपयोग करेंगे। पीएम ने कहा कि लोगों का अधिकतम कल्याण करें और सांसद के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाएं।

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