मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के परिसरों पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच के सिलसिले में छापेमारी की l खान के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई चल रही है। दिल्ली विधानसभा में ओखला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अमानतुल्लाह खान ने दावा किया कि उनके आवास पर 12 घंटों तक छापे मारी चली परन्तु केंद्रीय एजेंसी को जांच के दौरान कुछ नहीं मिला जिसके बाद वह सिर्फ उनका मोबाइल फोन लेकर गई। इसी बीच मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी द्वारा दर्ज किए गए 95 प्रतिशत मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं। इस सब मामले पर पार्टी ने कहा हैं कि उसके विधायक अमानतुल्ला खान पर ईडी द्वारा उस मामले में छापेमारी की जा रही है, जिसमें उन्हें पिछले साल जमानत मिल गई थी।
जानिए क्या हैं पूरा मामला
बता दे कि संघीय जांच एजेंसी ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में गैरकानूनी नियुक्तियों से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में खान के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक प्राथमिकी और दिल्ली के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) की एक प्राथमिकी पर संज्ञान लिया है। अमानतुल्लाह खान सितंबर 2022 में दिल्ली एसीबी ने गिरफ्तार किया था l लेकिन इसके बाद अदालत से उन्हें जमानत मिल गई थी। बता दें एसीबी का मामला ‘दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में वित्तीय गड़बड़ी और अन्य अनियमितताओं से जुड़ा है।’
जानकारी के लिए बता दें कि एसीबी की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए तथा सरकारी दिशा-निर्देशों और सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए गैरकानूनी रूप से 32 लोगों की भर्ती की। इसके साथ ही एसीबी ने अमानतुल्लाह पर भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया l सितंबर 2022 में जारी एक बयान में एसीबी ने कहा था कि ‘दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने ऐसी अवैध नियुक्ति के खिलाफ स्पष्ट बयान दिया और ज्ञापन जारी किया था। ऐसा आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध रूप से किराये पर दिया था।’ उसने आरोप लगाया कि ‘आप’ विधायक ने दिल्ली सरकार से मिले अनुदान के साथ ही दिल्ली वक्फ बोर्ड की निधि में हेराफेरी की।
वहीँ दूसरी तरफ अमानतुल्लाह ने यह दावा किया हैं कि दिल्ली वक्फ बोर्ड में आयोजित भर्ती के संबंध में उनके खिलाफ 2016 की सीबीआई की प्राथमिकी में भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं था l अमानतुल्लाह ने आरोप लगाया हैं कि ईडी सिर्फ उन्हें परेशान किया गया l यह सब उन्होंने छापेमारी खत्म होने के बाद शाम को अपने ओखला स्थित आवास के सामने कहा ‘वे सुबह सात बजे मेरे घर की तलाशी लेने आए थे। मेरे घर में कुछ भी नहीं है। उन्हें न तो पहले कुछ मिला, न ही इस बार कुछ मिला।’ ओखला विधायक ने कहा, ‘उन्होंने केवल मेरा मोबाइल फोन ले लिया। उन्होंने मुझे 12 घंटे तक परेशान किया। उन्होंने सभी बक्से और दराजें खोलीं और कपड़े खंगाले।’