हैलोवीन हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस त्योहार को सभी लोग अपने-अपने अलग अंदाज में मनाते हैं। इसे अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मनाते हैं। कई देशों में लोग इसे बड़े धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं। दरअसल ईसाई समुदाय के लोगों में हैलोवीन डे को लेकर मान्यता है कि भूतों का गेटअप करने से पूर्वजों की आत्माओं को शांति (peace to the souls of ancestors) मिलती है. इस दिन लोग डरावने या यूं कहें कि भूतिया गेटअप के साथ सड़क पर निकलते हैं. लोग भूत-चुड़ैल, जॉम्बीज की तरह दिखने की कोशिश करते हैं.
मदर हुड क्लब पर भी हैलोवीन का उत्सव मनाया गया,लेकिन एक खास मकसद से। हमारे देश में शारीरिक और मानसिक शोषण की शिकार बच्चियों और महिलाओं की आत्मा भीतर तक आहत होती है और वो चाह कर भी इस दर्द से उबर नहीं पातीं। मदर हुड क्लब की फाउंडर एकता सहगल मल्होत्रा और चीफ हैप्पीनेस ऑफिसर इला पचौरी ने हैलोवीन के अवसर पर अपने डरावने हुलिए के जरिए ऐसी पीड़िताओं का डर, गुस्सा और अवसाद सामने लाने की कोशिश करते हुए एक संदेश दिया कि अब समय आ गया है महिलाओं को अपने डर से उबर कर सामने आना है।सही समय पर सम्मिलित रूप से अपना क्रोध प्रकट कर के ही हम बलात्कार जैसे घिनौने कृत्य को रोक सकते हैं।