देवदूत वानर सेना से लंबे समय से जुड़े डॉ. शरद सिंह को संगठन के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। सचिव पद से शुरू हुआ इनका निस्वार्थ सेवा का सफर अब नेतृत्व की ऊंचाइयों तक पहुंचा है। संगठन ने उनके समर्पण और सामाजिक अभियानों में सक्रिय भूमिका को सम्मानित करते हुए यह ज़िम्मेदारी सौंपी है।
निस्वार्थ सेवा और सामाजिक समर्पण के प्रतीक बने डॉ. शरद सिंह
जौनपुर (उत्तर प्रदेश) में 14 अप्रैल को पूर्वी उत्तर प्रदेश जौनपुर से डॉक्टर शरद सिंह लंबे समय से देवदूत वानर सेना से जुड़े है।संगठन में प्रत्येक जिम्मेदारी को इन्होंने सदा सराहनीय तरीके से पूरा किया।अनेकों मुहिम को सफल बनाने में इनका महत्वपुर योगदान भी रहा है। सचिव पद से लेकर आज प्रदेश अध्यक्ष के पद तक का सफर सदा निस्वार्थ कार्य करते हुए इन्हें प्राप्त हुआ।देवदूत वानर सेना के शीर्ष नेतृत्व द्वारा आज डॉ. श्री शरद सिंह को आखिरकार वह महत्वपूर्ण पदभार सौंपा गया, जो पिछले काफी समय से रिक्त था। यह घोषणा संगठन के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर की गई, जिसने इस पद की गरिमा को और भी बढ़ा दिया। डॉ. शरद सिंह लंबे समय से संगठन से जुड़े हुए हैं और वानर सेना के एक शांत, परिश्रमी सिपाही की तरह उन्होंने हमेशा पृष्ठभूमि में रहकर अथक कार्य किया है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण सामाजिक अभियानों और मिशनों में सक्रिय भागीदारी निभाई है तथा संगठन के सिद्धांतों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया है।

दूरदर्शी नेतृत्व की ओर कदम
संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस निर्णय को “विचारशील एवं दूरदर्शी” बताया है। यह न केवल डॉ. शरद सिंह की प्रतिबद्धता और सेवा को मान्यता देता है, बल्कि यह भी संकेत करता है कि संगठन अब भविष्य की ओर सशक्त तौर पर आगे बढ़ रहा है। सभी की निगाहें अब डॉ. शरद सिंह के नेतृत्व पर टिकी हैं और उन्हें विश्वास है कि वे इस मानवीय पहल वाले देवदूत वानर सेना संगठन को प्रदेश से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे। संगठन के वरिष्ठ सदस्यों, सहयोगियों एवं समर्पित देवदूतों ने उन्हें इस नई जिम्मेदारी के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।