टाटा ग्रुप देश का सबसे बड़ा औद्योगिक परिवार हैं जो कि अब पूरे 19 साल बाद आईपीओ ले कर आ रहा है। टाटा मोटर्स की सहयोगी कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज का बहुप्रतीक्षित आईपीओ नवंबर के मध्य में आ सकता है। इसके लिए पहले ही मार्केट रेगुलेटर सेबी से कंपनी को मंजूरी मिल चुकी है। रतन टाटा के पर्सनल ट्रस्ट ने कंपनी में आईपीओ आने से पहले ही हिस्सेदारी खरीदी है। टाटा टेक्नोलॉजीज में रतन टाटा एनडाउमेंट फाउंडेशन ने एक फीसदी से कम हिस्सेदारी 147 करोड़ रुपये में खरीदी है। बता दें कि यह हिस्सेदारी टाटा मोटर्स से खरीदी गई है। टाटा टेक्नोलॉजीज के शेयरों की ग्रे मार्केट में जबरदस्त डिमांड देखी जा रही है। टाटा टेक्नोलॉजीज की वैल्यू करीब 16,300 करोड़ रुपये है।
जानकारी के मुताबिक टाटा टेक्नोलॉजीज का इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल होगा और इसमें एक भी नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा। इसके तहत प्रमोटर टाटा मोटर्स के अलावा दो अन्य मौजूदा शेयरहोल्डर्स शेयरों की बिक्री करेंगे। टाटा मोटर्स के बोर्ड ने पिछले साल दिसंबर में टाटा टेक में आईपीओ के जरिए कुछ हिस्सेदारी बेचने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। कंपनी में टाटा मोटर्स की 74.69 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा मोटर्स कंपनी में आईपीओ से पहले 9.9 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी। TPG Rise Climate इसमें से नौ परसेंट हिस्सेदारी खरीदेगी।
किसकी कितनी होगी हिस्सेदारी
बता दें कि इस आईपीओ के जरिए 95,708,984 इक्विटी शेयरों की बिक्री की जाएगी जो कंपनी की कुल पेड-अप शेयर कैपिटल का 23.60 फीसदी है। पुणे की इस कंपनी में टाटा मोटर्स की 74.69 फीसदी हिस्सेदारी है। इसी तरह 8.96 फीसदी हिस्सेदारी अल्फा टीसी और 4.48 फीसदी हिस्सेदारी टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की है। टाटा मोटर्स इस इश्यू के जरिए 81,133,706 इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी। अल्फा टीसी होल्डिंग्स 9,716,853 इक्विटी शेयरों और टाटा कैपिटल 4,858,425 शेयरों की बिक्री करेगी। इस इश्यू में 10 परसेंट कोटा टाटा मोटर्स के पात्र शेयरहोल्डर्स के लिए रखे गए हैं।
बता दें कि यह टाटा संस के मौजूदा चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के कार्यकाल में यह टाटा ग्रुप का पहला आईपीओ होगा। डिजिटल, इंजीनियरिंग और तकनीकी सर्विस सेक्टर में टाटा टेक्नोलॉजीज दुनिया की अग्रणी कंपनियों में शामिल है। इस कंपनी के 18 ग्लोबल डिलीवरी सेंटर हैं जिनमें 11,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। दिसंबर 2022 तक नौ महीने की अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 15 परसेंट बढ़कर 3052 करोड़ रुपये पहुंच गया। कंपनी के कुल रेवेन्यू में सर्विस सेगमेंट का योगदान 88 परसेंट है। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 407 करोड़ रुपये रहा।
कितना चल रहा है GMP
बता दें कि ग्रे मार्केट में आईपीओ की कुलबुलाहट के साथ टाटा टेक्नोलॉजीज के अनलिस्टेड शेयरों की डिमांड बढ़ गई है। यह 280 रुपये के प्रीमियम के साथ ग्रे मार्केट में ट्रेड कर रहा है l 19 साल पहले टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का पहले आईपीओ आया था। साल 2004 में टाटा ग्रुप टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का आईपीओ लाया था। टीसीएस आज देश की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी है। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले नंबर पर है।