बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने फिल्मों के साथ अब पूरी तरह से राजनीतिक दुनिया में भी कदम रख दिया हैं l जी हां, बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 में कंगना को हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से टिकट दिया है l लेकिन कंगना का यूं राजनीति में आना एक नेता को इतना चुभ गया कि उन्होंने कंगना को लेकर अभद्र टिप्पणी कर दी l फिर क्या था ? फिर वह सवालों के पिंजरे में ऐसी फसी कि अब अपने हक में सफाई देना भी उनके लिए बेमुमकिन सा नजर आ रहा हैं l
सोचिए, कोई महिला जिसकी नेता ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा देती हैं, वो किसी दूसरी महिला का सरेआम ‘भाव’ पूछ सकती है! ये महिला हैं लगभग हर दिन न्यूज चैनलों पर दहाड़ने वाली सुप्रिया श्रीनेत। ये कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उसी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता इतना नफरती टिप्पणी करती हैं जिसकी चारो ओर आलोचना हो रही है। वहीं अब वह सरेआम अपने अभद्र टिप्पणी को नकारते हुए कह रही हैं कि दरअसल कंगना रनौत के लिए की गई टिप्पणी उनकी नहीं है बल्कि किसी और ने उनके हैंडल्स से पोस्ट कर दिया है। यहां अब सवाल यह उठता हैं कि क्या कंगना का ‘मंडी में भाव’ जानने की सुप्रिया की उत्सुकता दरअसल चुनावी रणनीति का हिस्सा है?
कंगना देश की जानी-मानी शख्सियत हैं l कंगना को अपनी एक्टिंग के लिए चार नेशनल अवार्ड मिल चुके हैं इसके साथ ही उन्हें कई फिल्म फेयर अवार्ड जीत चुकी हैं l पद्श्री जैसे नागरिक सम्मान से वह सम्मनित हैं l वह शुरू से ही कई नेशनलिस्ट मुद्दों पर बात करती आयी हैं l और अब उनका पूरी तरह से राजनीति में प्रवेश करना कई नेताओं को पसंद नहीं आया l जिसके बाद वह लगातार एक्ट्रेस को ट्रोल कर रहे हैं उन पर भद्दी टिप्पियां करते नजर आ रहे हैं l हाल ही में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना की एक पोस्ट को अपने एक्स हैंडल्स से पोस्ट करते हुए नीचे कैप्शन में लिखा कि “क्या भाव चल रहा हैं मंडी में कोई बताएगा?” वही अब यह इस बात को नकार रही हैं कि उन्होंने ऐसा कुछ पोस्ट नहीं किया हैं l उनका कहना हैं कि उनके एक्स हैंडल्स कई लोग सँभालते हैं उनमे से किसी ने यह काम किया होगा l अब सुप्रिया के इस विवादित और अभद्र टिप्पणी को लेकर राजनीति गरमाई हुई हैं l वहीं अब सवाल है कि क्या सुप्रिया श्रीनेत इसका पता लगाकर दोषी को दंडित करेंगी? क्या दोषी के खिलाफ कानून का दरवाजा खटखटाएंगी? खैर, ऐसी अपेक्षा ही बेईमानी है। ऐसा भी हो सकता हैं कि यह सब सुप्रिया की ही कोई चाल हो लोगो के जहन में कंगना के खिलाफ हीन भावना भरने और कंगना को राजनीति पायदान से उतारने की l
इससे एक बात तो साफ़ होती हैं कि नेता वह होता हैं जिसे बोलने की अच्छी समझ हो l अपनी मर्यादा का पता हो l अपने विचार ऐसे ढंग से प्रस्तुत करे कि लोगो को सुनने में अच्छा लगे l लेकिन क्या सुप्रिया का कंगना को ऐसे ढंग से उन पर अभद्र टिप्पणी करना एक नेता को शोभा देता हैं या नहीं जबकि वह खुद एक महिला हो l