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चंपई सोरेन ने लिया बड़ा फैसला बढ़ाई हेमंत सोरेन की टेंशन

हरियाणा के विधान सभा के चुनावों की तारीख अभी घोषित भी नहीं हुई है वही दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंतरी चंपई सोरेन ने JMM पार्टी से अलग हो गये हैं। सूत्रों के अनुसार उन्होंने अभी तक ये नहीं बताया की वो किस पार्टी में जाएंगे पर उन्होंने ये साफ़ एलान कर दिया है कि वो अब JMM पार्टी में नहीं रहेंगे और सारी गलतीयों का टोकरा BJP पार्टी के सर पर फोड़ दिया है।

झारखंड पार्टी को लगा चार सौ चालिस का झटक

आपको बता दें की झारखंड की राजनीति में दिखी हलचल और इस हलचल ने JMM पार्टी को बड़ा झटका दिया। जी हाँ JMM पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया हैं। उनकी बातो से ये साफ़ हो गया हैं की वो अब JMM पार्टी मैं वापिस नहीं जायेंगे। अब ये तो नहीं पता की वो अब किस पार्टी के सदस्य बनेगें या फिर वो अपनी खुद की पार्टी बनायेगे। वही दूसरी तरफ हेमंत सोरेन ने पूरा दोष BJP पर लगा दिया वो बिना किसी आधिकारिक घोषणा के। हेमंत सोरेन ने कहा की ‘ इस सब की साज़िश बी.जे.पी ने ही रची हैं।

क्यों हैं ये अपमान का मुदा?

आपको बता दें की की जब इ.ड राइड हुई थी तब हेमंत सोरेन ने अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और उनकी जगह चंपई सोरेन को मुखयमंत्रारि बनाया गया था फेबररी मैं चंपई सौरेन मुखयमंत्री बने थे। जब हेमंत सोरेन को पांच महीनो के बाद जेल से शर्तो पर बैल मिली तो चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया और उनको इस तरीके से मंत्री पद से हटाए जाने के तरीके को अपने लिए ये अपमानता मानते हैं। एक कारण ये भी हो सकता हैं की चंपई सोरेन के पार्टी बदलने का।

चुनाव गणित के जैसा हैं

आपको बता दे की अगर आपको विपक्ष की सरकार गिरानी हो तो ज़ाहिर सी बात हैं की ट्राइबल सीट्स की कितनी जरुरत होती हैं। क्योंकि सरकार को अपनी समीकरण की व्यवस्था दिखने का प्रयास करती है। बी जे पी भी वही कर रही हैं , ये अपने पार्टी के लिए ट्राइबल वोट लेना बहुत ज़रूरी हैं 2019 के चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 26 सीट्स ही मिली थी और वो पांच सेतो से हार गए। बी जे पी ने अब चंपई सोरेन पर ये सवाल उठाया की ट्राइबल लीडर का सामान भी सुरक्षित है की नहीं।

ट्राइबल लीडर की गलती बी जे पी पर डाली …

लोगो लगता हैं की उनके ट्राइबल लीडर किसी मामले मैं जेल चले गए तो लोगो उनको सहानुभूति देंगे और इन चर्चित मुद्दों से किसी भी पार्टी को अलग कर सकते हैं। पर विपक्षी पार्टी I.N.D.I.A के लिए यही मुदा जरुअरी हैं की किसी ट्राइबल लीडर का जेल मैं जाना। वही दूसरी पार्टी ने चंपई सोरेन के सारे अपमानो का और आरोपों की घुटी बना कर बी.जे.पी की साजिस का नाम दे दिया है। अब देखने की बात यह होगी की हरियाणा के चुनावो मैं को किसको कड़ी टकर देता हैं।

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