ऑल आईज ऑन राफा (All Eyes on Rafah) को कुछ दिनों से सभी के सोशल मीडिया पोस्ट पर देखा जा रहा हैं। जिसको देख कर आपको कुछ समझ नहीं आ रहा होगा लेकिन क्या आप जानते हैं इस पोस्ट को सब लोग क्यों इतना ज्यादा शेयर कर रहे हैं l आखिर इसका क्या मतलब है? समय ना गवाते हुए आइये जानते हैं कि इस पोस्ट का क्या मतलब है और लोग क्यों इसे इतना ज्यादा पोस्ट कर रहे हैं।
क्या हैं ऑल आईज ऑन राफा?
बता दें कि ऑल आईज ऑन राफा की पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर काफी समय से तेजी से वायरल हो रही हैं l जहां भी देखो सबके सोशल मीडिया पर केवल यही नजर आ रहा हैं l इतना ही नहीं कई सैलेब्रिटी भी इस मुहिम में शामिल हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि ‘ऑल आईज ऑन राफा’ एक अभियान है, जो इजरायली सैनिक द्वारा गाजा शहर में चल रहे हमले की ओर दुनिया भर के लोग का ध्यान खींच रहा है। इसका सीधा संबंध इजरायल-हमास युद्ध से है l रविवार की रात इजराइल ने हमास के हमले का पलटवार करते हुए रफाह शहर में रिफ्यूजी कैंप पर अटैक किया l इसमें काफी संख्या में लोग मारे गए l मृतकों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे l अगर बात करें गाजा की स्थिति की तो वहां सैनिक जमीनी हमले कर रहे हैं l इस हमले में हजारों लोग मारे जा रहे हैं। हमास और गाजा में इजरायल के बीच चल रहे मुद्दे ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा हैं l इतना ही नहीं घनी आबादी वाले शहर राफा में बढ़ते तनाव और इजरायली सैनिकों द्वारा जमीनी हमले के बीच, ‘ऑल आईज ऑन राफा’ नारे के साथ जमीनी स्तर पर अभियान ने दुनिया भर में महत्वपूर्ण गति पा ली है।
आखिर किसने की ऑल आईज ऑन राफा अभियान की शुरुआत?
बता दें कि ऑल आईज ऑन राफा अभियान की शुरुआत करने वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन फिलिस्तीन के कार्यालय के निदेशक डॉ. रिक पीपरकोर्न के एक बयान से हुई थी। फरवरी 2024 में उन्होंने कहा था कि सभी की निगाहें राफा पर हैं। यह उस समय कि बात हैं जब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शहर के लिए निकासी योजना का आदेश दिया। आतंकवादी समूह हमास के आखिरी बचे हुए समूहों को खत्म करने के लिए योजनाबद्ध हमलों से पहले था। इसका उद्देश्य सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बताना था कि राफा की स्थिति पर आंखें मूंदना नहीं है, यहां गाजा में अन्य जगहों पर हिंसक झड़पों से बचने के बाद अनुमानित 1.4 मिलियन लोगों ने शरण ली है। दुनिया भर में इस हमले के चलते राष्ट्रपति बिडेन सहित सभी लीडर ने राफा पर हमलों के लिए इजरायल की निंदा की है। उन्होंने इसके साथ ही यह भी साफ कर दिया हैं कि इजरायल को सुरक्षा के लिए तो अमेरिका हथियार देगा, परन्तु वह राफा पर हमलों में प्रयोग किए जाने वाले हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा। वहीं दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय ने भी कहा कि युद्ध अपराधों के लिए नेतन्याहू सहित हमास और इजरायली अधिकारियों के लिए गिरफ्तारी वारंट चाहता है।