भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े निर्णय भी लिए हैं, जिसका लोगों ने समर्थन भी किया। वहीं दूसरी ओर भारत सरकार ने जनता की सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल करने का फैसला लिया है, ताकि लोग आने वाले खतरे से बच सकें। इस मॉक ड्रिल का मकसद यह होगा कि यदि शहर में फैक्ट्री, पावर ग्रिड, रिफाइनरी और अन्य इलाकों में हमला होता है तो उससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

वायुसेना ने जारी किया NOTAM

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इसी के मद्देनज़र भारत की वायुसेना ने युद्ध अभ्यास के लिए NOTAM जारी किया है, जिसके तहत वायुसेना भारत-पाकिस्तान की रेगिस्तान सीमा के आसपास अपनी मिसाइलों का प्रशिक्षण करेगी। इस प्रशिक्षण में राफेल, मिराज-2000 और सुखोई-30 जैसे कई लड़ाकू विमान शामिल होंगे। NOTAM का मतलब होता है – ‘नोटिस फॉर एयरमैन’ – यानी विमान चालकों को सूचित करने के लिए एक सूचना, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि विमान संचालन में कोई तकनीकी खराबी न हो। यह अपने विमानों की तकनीक जानने का एक आसान तरीका होता है, जिससे वे युद्ध में किसी भी रुकावट के बिना आसानी से लड़ सकें और दुश्मन को करारा जवाब दे सकें।

क्यों देश को ज़रूरत पड़ी मॉक ड्रिल की ?

सूत्रों के मुताबिक सरकार ने 259 राज्य पर मॉक ड्रिल अभ्यास का ऐलान किया है। मॉक ड्रिल तब की जाती है जब देश में युद्ध की स्थिति बनने लगे और नागरिकों को सुरक्षित आश्रय तक पहुँचाया जा सके। युद्ध की वजह से देश की आर्थिक स्थिति को भी बहुत नुकसान पहुँच सकता है। इसी कारण सरकार ने देशभर में मॉक ड्रिल की घोषणा की और पूरे देश में ब्लैकआउट की भी घोषणा की है।

साथ ही मॉक ड्रिल में सुरक्षा के भी कड़े इंतज़ाम किए गए हैं, क्योंकि युद्ध के दौरान दुश्मन के लड़ाकू विमान शहरों पर भी हमला कर सकते हैं जिससे नागरिकों की जान को खतरा हो सकता है। सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल तब कराई जाती है जब आसमान से हवाई हमले की संभावना हो। ऐसे में पूरे शहर में ब्लैकआउट किया जाता है, ताकि घनी आबादी वाले इलाकों को नुकसान से बचाया जा सके। यह मॉक ड्रिल लोगों में जागरूकता बढ़ाने और आपदा के समय भ्रम, घबराहट व उससे होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कराई जाती है।

ऑपरेशन सिंदूर से कांपा पाकिस्तान

आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत ने बुधवार की सुबह 1:30 बजे हमला किया। भारत ने पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर हमला किया, जिसमें पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ‘मिशन सिंदूर’ को अंजाम दिया गया। भारत ने पाकिस्तान की सीमा के अंदर 100 किलोमीटर तक आतंकियों के छिपने की जगहों को ढूंढ – ढूंढ कर मिसाइल दागी और टारगेट किलिंग के ज़रिए आतंकवादियों का सफाया किया, ताकि एक भी आतंकवादी न बच सके। यह हमला भारत की सरज़मीं से संचालित किया गया था।

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