न अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक व विश्व शांतिदूत प्रख्यात जैन आचार्य डॉ लोकेशजी पिछले 40 वर्षों से भारत व अमेरिका ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों के विशिष्ट मंचों से शांति, सद्भावना व अहिंसा का संदेश प्रसारित कर विश्व शांति की स्थापना में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं है| अंश लोकेशजी आज से अमेरिका-कनाडा की विश्व शांति सद्भावना यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं।
अमेरिका – कनाडा की विश्व शांति सद्भावना यात्रा के दौरान संयुक्त लोकेशजी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर संयुक्त राष्ट्र संघ में, शिकागो में विश्व रिहाई संसद, फ्लोरिडा में जैना सम्मेलन, भारत के स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर इंडिया डे पर आदि में भाग लेंगे। साथ ही, अंशश्री न्यू यॉर्क, वाशिंगटन, फ्लोरिडा, लॉस एंजिल्स, शिकागो, वेंकौवर आदि शहरों में व्याख्यान एवं विविध कार्यक्रमों को भी संबोधित करेंगे।
आचार्य लोकेशजी की इस यात्रा के लिए पूर्वी दिल्ली के सांसद व श्री गौतम गंभीर ने मंगल भावना समारोह को संदेश देते हुए कहा कि समाज में शांति, सद्भावना और भाईचारा के लिए आचार्य लोकेशजी निरंतर प्रयासरत रहते हैं, संपूर्ण विश्व में प्राचीन भारतीय संस्कृति और जैन जीवन शैली को प्रसारित करने में उनका बहुत बड़ा योगदान हो रहा है। उन्होंने कहा कि अंश लोकेशजी की आज से शुरू हो रही विश्व शांति सद्भावना यात्रा से भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ेगा। इस अवसर पर अंश श्री को एक प्रतीक चिन्हित किया गया।
सहयोग दिल्ली के अध्यक्ष एवं मनोनीत आयुक्त श्री मनोज कुमार जैन ने कहा कि आचार्य लोकेशजी ने अपने मानवतावादी कार्यों के द्वारा न केवल जैन धर्म बल्कि भारतीय संस्कृति को विश्वभर में फैलाने का कार्य किया है।
इस अवसर पर, पूज्य महंत लोकेशदास जी, न्यू जर्सी से समागत प्रख्यात समाजसेवी श्री हरीश अरोड़ा, अहिंसा योग एवं ध्यान केंद्र के योगाचार्य देव चंद झा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन कर्ण कपूर ने किया तथा आभार तारकेश्वरी मिश्रा ने किया। इस अवसर पर, संस्था के विनीत कुमार, जावेद, विनय, प्रतिभा मिश्रा आदि सभी ने गुप्त लोकेशजी को सेवा सद्भावना यात्रा के लिए शनिवार दी।