आम तौर पर लोग भीगे हुए चने का पानी फेंक देते हैं। सभी को यह तो पता है कि भीगे हुए चने स्वास्थ्य के लिए बहुत पौष्टिक होते हैं। कई लोग भीगे हुए चने कच्चे खाते हैं, कुछ लोग उबाल कर या सब्ज़ी बना खाते हैं लेकिन पानी को यूं ही सिंक में बहा देते हैं। भीगे हुए चने का पानी कई गुणों से भरपूर होता है। आइए ,हम आपको बतलाएं कि इस पानी में कितने गुण छिपे हुए हैं।
चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम और विटामिन ए, बी, सी, डी से भरपूर होता है। जब पानी में इसे भिगोकर रखते हैं या फिर इसे उबालते हैं तो विटामिन और खनिज पानी में आ जाते हैं और पानी का रंग बदल जाता है।
१. चने का पानी इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है।
२.यह पानी पेट की गड़बड़ी दूर करता है। चने का पानी , मल को ढीला करके कब्जी मिटाता है। चने के पानी से गैस और अपच की बीमारी भी ठेके होती है।
३. चने के पानी के नित्य सेवन से आपकी मेटाबोलिक रेट बढ़ती है, जिस से वजन कम करने में सहायता मिलती है। भीगे हुए चने के पानी में भुना हुआ जीरा और कला नमक मिला कर रोज सुबह पीने से पेट की चर्बी दूर होती है।
४. चने का पानी पैरों की अकड़न दूर करने में मदद करता हैं। चने का पानी मांसपेशियों को मजबूती देने में सहायक होता है। इस पानी में मौजूद आयरन और प्रोटीन , मांसपेशियों को मजबूती देते हैं ।इससे पैरों में अकड़न कम होती है।
५.भीगे चने का पानी ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है , इसके रोजाना सेवन से डायबिटीज को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है।
६. भीगे हुए चने के पानी में शरीर से टॉक्सिक पदार्थ बाहर करने की शक्ति होती है, इस वजह से यह त्वचा को साफ रखता है, दाग धब्बे दूर करता है। चेहरे पर चमक लाने के लिए इस पानी से आप मुंह भी धो सकते हैं।
७. भीगे हुए चने के पानी में आयरन की अधिकता से एनीमिया दूर करने की क्षमता होती है। इस पानी को पीने से ऊर्जा मिलती है, थकान दूर होती है।
८. चने के पानी को आप पौधों में भी डाला सकते हैं । इसमें उपस्थित खनिज पौधों के स्वास्थ्य में बढ़ोतरी करते हैं।
मुझे पूरा विश्वास है ,अब से आप इस गुणकारी खजाने को फेंकने के बजाय नित्य प्रयोग में लायेंगे।