आज संसद के मानसून सत्र का आखरी दिन है l कल यानी 10 अगस्त को संसद में हुई चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी द्वारा एक विवादित बयान सामने आया l जिसमे उन्होंने कहा कि “जहां राजा अंधा, वहां द्रौपदी का चीरहरण होता है।”
बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से सस्पेंड कर दिया गया है l उन्हें लोकसभा से तब तक के लिए निलंबित कर दिया गया है, जब तक कि विशेषाधिकार समिति उनके खिलाफ अपनी रिपोर्ट पेश नहीं कर देती l जानकारी के मुताबिक ये मामला प्रिविलेज समिति के पास लंबित है l इस मामले में समिति जांच रिपोर्ट सौंपेगी l तब तक अधीर रंजन सदन से सस्पेंड रहेंगे l रंजन चौधरी के इस विवादित बयान के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्रलाद जोशी ने उन्हें सस्पेंड करने का प्रस्ताव दिया जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया। आज सुबह 10.30 बजे अधीर के सस्पेंशन को लेकर कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी (CPP) अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई l यह मीटिंग संसद स्थित CPP कार्यालय में होगी।
अधीर रंजन ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि लोकसभा में प्रधानमंत्री की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए भारत गठबंधन के पास अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था l इतना ही नहीं, महाभारत का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ जो कुछ भी हो रहा है, चाहे वह हस्तिनापुर में हो या मणिपुर में, राजा को आंखें नहीं मूंदनी चाहिए l मोदी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा था कि अब ध्रुवीकरण, सांप्रदायिकरण और भगवाकरण को भारत छोड़ने का समय आ गया है l लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान बोलते हुए चौधरी ने कहा कि उन्हें नरेंद्र मोदी के 100 बार प्रधानमंत्री बनने की चिंता नहीं है, लेकिन कांग्रेस पार्टी को इस देश के लोगों की चिंता है l 1942 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए भारत छोड़ो आंदोलन को याद करते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन होना चाहिए, सांप्रदायिकता छोड़ना चाहिए, ध्रुवीकरण छोड़ना चाहिए और भगवाकरण छोड़ना चाहिए l
पीएम मोदी ने अधीर रंजन चौधरी पर की ये टिप्पणी
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर चुटकी ली l उन्होंने कहा कि सबसे बड़े दल के नेता को बोलने की सूची में नाम ही नहीं था l अधीर बाबू का क्या हाल हो गया है, उनकी पार्टी ने उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दिया l कल अमित भाई ने बहुत जिम्मेदारी से कहा कि अच्छा नहीं लग रहा है l उन्हें बोलने का मौका दिया l लेकिन अधीर रंजन चौधरी गुड़ का गोबर करने में माहिर हैं l पीएम मोदी ने सदन में कहा कि मैं पूछता चाहता हूं कि आखिर क्या मजबूरी है कि अधीर बाबू को दरकिनार कर दिया गया है l शायद कोलकाता से फोन आ गया हो l कांग्रेस बार-बार उनका अपमान करती है l कभी चुनावों के नाम पर उन्हें अस्थायी रूप से फ्लोर लीडर से हटा देते हैं l पीएम ने कहा कि हम अधीर बाबू के प्रति पूरी संवेदना व्यक्त करते हैं l बता दें कि गुरुवार ( 10 अगस्त) को पीएम मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दिया। मोदी ने 2 घंटे 12 मिनट का भाषण दिया, जिसमें वे मणिपुर पर 1 घंटे 32 मिनट बाद बोले। पीएम ने कहा- मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो कोशिशें चल रही हैं, निकट भविष्य में शांति का सूरत जरूर उगेगा। मणिपुर फिर नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा।
आपको बता दें कि 20 जुलाई से मानसून सत्र की शुरुआत हुई थी l पूरे सत्र में विपक्ष के नेताओं ने मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर जमकर हंगामा किया। सभी लोग पीएम मोदी से मणिपुर पर बोलने की मांग कर रहे थे। इसके लिए विपक्ष ने 26 जुलाई को केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया था। अगले दिन यानी 27 जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।