मोदी सरकार का तीसरे कार्यकाल का पूर्ण बजट आज लोकसभा में 11 बजे पेश हो चूका है। इस बजट में वित् मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुख्य रूप से गरीब, किसान,शिक्षा ,नौकरी पर ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने ये भी बोलै है की विश्व में चल रही परिस्थति को देख कर हमारी अर्थव्यवस्था काफी बेहतर है। ये देखा गया है की निर्मला सीतारमण का ध्यान इस बार भी,पिछली बार के अंतरिम बजट में चर्चित चार वर्गो में ही सीमित रह गया है। आइये आपको बताते है ,इन चार वर्गो के जैसे की गरीब,महिला,युवा और अन्नदाता के बारे में पुरे विस्तार से।
युवाओ को कितना फायदा ?
जिन्हें सरकारी योजनाओं के तहत कोई फायदा नहीं मिल रहा है, उन्हें देशभर के संस्थानों में एडमिशन के लिए लोन मिलेगा। लोन का 3 परसेंट तक पैसा सरकार देगी। इसके लिए ई वाउचर्स लाए जाएंगे, जो हर साल एक लाख स्टूडेंट्स को मिलेंगे। युवाओं को मुद्रा लोन की रकम 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए मिलेगी। देश भर की 500 टॉप कंपनियों में 5 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का वादा। परन्तु सवाल ये अभी भी रहता है क्या रोजगार की गारंटी भी मुफ्त मिलेगी युवा को इंटर्नशिप के बाद ?
गरीबो पर क्या बोली ये सरकार?
सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत ,1 करोड़ घरों को 300 यूनिट तक हर महीने बिजली फ्री मिलने का दावा इस सरकार ने लिया । अगर हम बात करे ,बिहार और आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों की तो ,सरकार ने ; आंध्र प्रदेश को 15 हजार करोड़ और बिहार को 41 हजार करोड़ रुपए की मददका दावा कर रही है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल,ओडिशा और आंध्र प्रदेश के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए विशेष स्कीम भी निकली गयी है। मोबाइल फोन और पार्टस् पर कस्टम ड्यूटी को कम किया। `मोबाइल सस्ते होंगे। आपकी जानकारी के लिए बतादे की ,सोना और चांदी के गहनों पर कस्टम्स ड्यूटी कमकर 6% की।
किसानो को इस बजट से क्या फ़ायदा ?
सरकार का दावा , 6 करोड़ किसानों की जानकारी लैंड रजिस्ट्री पर लाई जाएगी। 5 राज्यों में नए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में ये भी कहा कि पीएम आवास योजना अर्बन के तरत शहर में रहने वाले 1 करोड़ गरीबों को लिए 10 लाख करोड़ रुपये की लागत से घर मुहैया कराया जाएगा। इसमें केंद्रीय सहायता अगले पांच साल में 2.5 लाख करोड़ रुपये मुहैया कराए जाएंगे, और तो और इंस्ट्रेट सब्सिडी भी दी जाएगी। वित्त मंत्री ने रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2 लाख करोड़ रुपये के आवंटन के साथ पांच योजनाओं के पीएम पैकेज की घोषणा की। उनका ये कहना है कि इस साल शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 400 से भी ज्यादा डिस्ट्रिक्ट का डिजिटल सर्वे करने का वादा। 1 लाख रुपए से कम सैलेरी होने पर, EPFO में पहली बार रजिस्टर करने वाले लोगों को 15 हजार रुपए की मदद तीन किश्तों में मिलेगी।
महिलाओँ के लिए क्या नयी सौगात ?
जैसा की मोदी सरकार महिलाओ को लेकर काफी चर्चे में रहती है। हम आपको बतादे की इस साल ले बजट में महिलाओं और लड़कियों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान सरकार ने जारी किया।
नया क्या इस बजट में ?
MSMEs के लिए क्रेडिट गारंटी योजना जिसमे निर्माण क्षेत्र में MSMEs के लिए क्रेडिट गारंटी योजना पर, वित्त मंत्री ने कहा कि मशीनरी और उपकरणों की खरीद के लिए एमएसएमई को बिना गारंटी के दीर्घकालिक ऋण प्रदान करने के लिए एक नई योजना शुरू की जाएगी। बजट में मंदिर, टूरिज्म पर वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि विष्णुपद टेंपल, महाबोधि टेंपल कॉरिडोर को केंद्र सरकार सहायता दी जाएगी। काशी विश्वनाथ टेंपल कॉरिडोर की तरह ही मदद दी जाएगी। ताकि यहां भी पर्यटक आ पाएं। उन्होंने कहा कि राजगीर का भी काफी महत्व है। राजगीर के विकास के लिए भी मदद दी जाएगी। नालंदा को टूरिस्ट सेंटर के रूप में बढ़ावा देगी। ताकि नालंदा यूनिवर्सिटी को ग्लोरी मिले। वित्त मंत्री ने कहा कि उत्पादन क्षेत्र में रोजगार सृजन को पहली बार कर्मचारियों के रोजगार से जुड़ी योजना के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा जिससे 30 लाख युवाओं को लाभ होगा और यह सभी क्षेत्रों में अतिरिक्त रोजगार को कवर करेगा। सरकार प्रत्येक अतिरिक्त कर्मचारी के लिए दो साल तक प्रति माह 3,000 रुपए तक के ईपीएफओ योगदान की प्रतिपूर्ति नियोक्ताओं को भी करेगी।
विपक्ष क्या बोला बजट पर?
समाजवादी पार्टी के प्रमुख ,अखिलेश यादव का कहना है , बिहार और आंध्र प्रदेश का तो ठीक ,पर उत्तर प्रदेश के किसानो के लिए क्या? जहा से प्रधा मंत्री चुनकर आता है। निर्दलय संसद पप्पू यादव पूछे है नितीश कुमार से ,पिछले 10 सालो में अपने कितनी नौकरिया दी है ? जो अब देंगे। उनका कहना है की बिहार को कोई स्पेशल पैकेज नहीं बल्कि स्पेशल स्टेटस दिलवाइये , नितीश बड़े ही गंभीर आदमी निकले।इस बजट से नाखुश है कांग्रेस संसद शशि थरूर,कहा की ” मेने इस बजट में आम आदमी के लिए उन्होंने कुछ भी नहीं सुना”. उन्होंने काफी निराशा अपनी प्रस्तुत करी।