दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले और धन संशोधन के मामले में गिरफ्तार किया गया था l उन्हें तिहाड़ की जेल नंबर 2 में रखा गया है l अभी हाल ही में ऐसी खबर सामने आई हैं कि दिल्ली की तिहाड़ जेल की कारा संख्या-3 के अंदर बुधवार सुबह आपस में भिड़ने से चार कैदी घायल हो गए l इस बात की जानकारी खुद तिहाड़ जेल एक अधिकारियों ने दी उसने बताया कि दो अलग-अलग गिरोह के कैदियों ने एक-दूसरे पर धारदार हथियारों से हमला किया l वहीं पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘ऐसा संदेह है कि कैदियों ने जेल में वर्चस्व स्थापित करने के लिए एक-दूसरे पर हमला किया l’ सवाल अब यह उठता हैं कि जब तिहाड़ जेल इतना सुरक्षित और चाक-चौबंद हैं तो कैदियों के पास धारदार हथियार कहां से आया?
बता दें कि गिरफ्तारी के बाद से ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ की जेल नंबर 2 में रखा गया है l अदालत में केजरीवाल को सौंपे गए और स्वीकृत नामों के अनुसार, काम के संबंध में दिल्ली सरकार के अधिकारियों से मिलने की अनुमति दी गई है l सप्ताह में दो बार केजरीवाल परिवार के सदस्यों से भी मिल सकते हैं परन्तु उस सूची में उनके नाम होने चाहिए जिसे जेल सुरक्षा द्वारा मंजूरी दी गई है l वहीं तिहाड़ जेल के पूर्व पीआरओ सुनील कुमार गुप्ता ने बताया था कि सलाखों के पीछे से सरकार चलाना उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा l बता दें मधुमेह से पीड़ित केजरीवाल की नियमित स्वास्थ्य जांच भी की जा रही हैं l
वहीं दूसरी तरफ तिहाड़ सहित दिल्ली की कुल 16 जेलों में कैदियों की मानसिक हेल्थ के लिए बने साइकेट्री डिपार्टमेंट के हेड डॉ. विवेक रुस्तगी बताते हैं कि तिहाड़ से लेकर मंडोली और रोहिणी की जेलों में रोजाना करीब 150 नए कैदी आते हैं l इन सभी कैदियों की जेल में आते ही मानसिक हेल्थ की भी जांच की जाती है l वहीं इसके अलावा जेलों में रह रहे कैदियों के लिए भी करीब 30 से ज्यादा साइकेट्रिस्ट या साइकोलॉजिस्ट रोजाना काम करते हैं l तिहाड़ में जो कैदी काफी लंबे समय से सजा काट रहे हैं वह मानसिक रूप से ठीक रहते हैं l देखा जाए तो उन्हें चिंता या तनाव जैसी चीजें बहुत कम होती हैं l