फिल्म ‘अमर सिंह चमकीला’ काफी समय से सोशल मीडिया पर विवादों में घिरी हुई हैं l मशहूर निर्देशक इम्तियाज अली द्वारा निर्देशित इस फिल्म को समीक्षकों और दर्शकों से काफी सराहना मिल रही है। इतने समय से विवादों को नजरअंदाज करते आ रहे निर्देशक इम्तियाज अली ने अब फिल्म को बनाने के निर्णय के पीछे की कहानी साझा की है।
कैसी है फिल्म
बता दें कि यह फिल्म दिल को छूती है, आपको ऐसा लगता है कि आप कोई फिल्म नहीं देख रहे, चमकीला की कहानी देख रहे हैं l फिल्म को इतने सिंपल तरीके से बनाया गया है कि ये सीधे दिल में उतर जाती है l ना कोई तड़क भड़क, ना कोई ताम झाम, सिंपल सी कहानी को सिंपल से अंदाज से पेश किया गया है l ना कोई बड़े सेट ना कोई महंगे कॉस्ट्यूम, कमाल का म्यूजिक फिल्म को एक सधी हुई पेस से आगे ले जाता है और आप चमकीला के साथ उसके सफर पर बड़े आराम से चलने लगते हैं l फिल्म कहीं खींची हुई नहीं है, कहीं लंबी नहीं है, कहीं बोर नहीं करती, कहीं ऐसा नहीं लगता कि ये सीन क्यों डाला गया, बल्कि हर एक फ्रेम कमाल लगता है, दिल को छूता है, आप इस कहानी से जुड़ते हैं l
अमर सिंह चमकीला की कहानी
बता दें कि यह फिल्म पंजाबी सिंगर अमर सिंह चमकीला की कहानी हैं l पंजाब के ओरिजनल रॉकस्टार कहे जाने वाले अमर सिंह चमकीला ने 20 साल की उम्र में अपने गानों से धूम मचा दी थी l केवल 27 साल की उम्र में उनका कत्ल कर दिया गया था l फिल्म में चमकीला की जिंदगी के अहम पड़ावों को दिखाया गया है l इम्तियाज अली ने कहानी को चित्रों और एनिमेशन के जरिए भी दिखाया है l इस तरह से उन्होंने अच्छे से चमकीला की लाइफ को पर्दे पर उतारा है l हालांकि वह चमकीला की जिदंगी के बारे में कोई नई बात पेश नहीं कर पाते हैं l जितना उन्होंने दिखाया है, वह कहानी उनके चाहने वालों को जरूर पता होगी l इस पंजाबी सिंगर, उनके गाने और कुछ पड़ावों को स्क्रीन पर देखकर अच्छा लगता है l
फिल्म को लेकर क्या बोले निर्देशक इम्तियाज अली
बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान निर्देशक इम्तियाज अली ने बेबाकी से अपनी बात रखते हुए कहा, ‘किसी की जिंदगी को सटीक तरीके से पर्दे पर उतारने के लिए छोटी से छोटी चीजों को पर भी ध्यान देना आवश्यक है’। उन्होंने आगे कहा, ‘किसी की जिंदगी को ईमानदारी से पर्दे पर उतारने के लिए उसकी सच्चाइयों को बनाए रखना और हर एक पहलू को दिखाना जरुरी होता है’। इस दौरान इम्तियाज ने ‘चमकीला’ को परदे पर बेदाग दिखाने की वजह बताते हुए कहा, ‘वह बहुत साफ-सीधे इंसान नहीं थे। मैं उनकी हर चीज को एकदम वास्तविक रुप में दिखान चाहता था। कभी-कभी किरदार की खामियां और अनियमितता दर्शकों को काफी पसंद आती है’। उन्होंने आगे कहा कि वह चमकीला की कमियों और जटिलता को बरकरार रखते हुए उनके जीवन का ईमानदार चित्रण करना चाहते थे। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने चमकीला की विनम्रता और अपने फैंस की इच्छाओं का मान रखने जैसी खूबियों को भी दिखाया। निर्देशक इम्तियाज अली का ऐसा मानना हैं कि जब आप किसी का जीवन पर्दे पर दिखाते हैं तो आपको फैक्ट बदलने की आजादी नहीं होती, लेकिन उसके जीवन के सभी पहलुओं को दिखाने की आजादी होनी चाहिए।