भारत देश और हमारी देश की सेना के मायने क्या हैं यह हम भारतीय अपने शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। जैसा की आप सभी लोग जानते हैं कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री ने भी देश भक्ति और आर्म्ड फोर्सेज पर अनगिनत फिल्में बनाई हैं। ऐसी ही एक और फिल्म रिलीज़ हो चुकी हैं वह कंगना रनोट स्टारर फिल्म तेजस हैं l इस फिल्म में भी इंडियन एयरफोर्स की अदम्य साहस की कहानी है।
आइए जानते हैं फिल्म तेजस की कहानी?
बता दें तेजस गिल नाम है उस भारतीय वायुसेना की अफसर का, जिसका सेलेक्शन जिस भी एसएसबी (स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड) से गुजरकर हुआ हो, और जिस बोर्ड ने भी उसकी ओएलक्यूज (ऑफिसर लाइक क्वालिटीज) जांची हो, ये तो तय है कि वह अपने अफसरों की फेवरेट कैडेट रही। तभी तो प्रशिक्षण के पहले ही साल में उसे फाइटर पायलट बनने की जल्दी है और ये उतावलापन वह कक्षा में दिखा भी देती है। उसके प्रशिक्षक भी उसकी तारीफ करते नहीं थकते कि ‘काम आसान हो तो उसे मत देना, हां अगर जिस मिशन को कोई न कर सके तो वह तेजस को ही देना!’ फिल्म ‘तेजस’ का टारगेट बस एक है और वह है कंगना रनोट को एक ऐसा हीरो बनते हुए दिखाना जो लड़के और लड़कियों के बीच विभेद को मिटा सके। और, एक ऐसी नजीर बना सके कि लोग कहें, ‘इस मिशन के लिए लड़कियों को क्यों नहीं भेजा!’ शुरुआत एक पायलट को एक निषिद्ध क्षेत्र घोषित द्वीप से बचाने से होती है और अंत वहां जिसका ख्वाब तेजस ने अपने बॉयफ्रेंड को कब का बता दिया था। दर्शकों को हालांकि ये उत्तर जानने के लिए फिल्म के अंत का इंतजार करना होता है। कहानी की आत्मा 2008 का मुंबई आतंकी हमला है और अपना सब कुछ खोकर वापस ड्यूटी पर लौटी तेजस का शरीर ही इसका जज्बा है।
बता दें कि कंगना रनोट का कद काफी बड़ा है, इस हिसाब से उनसे उम्मीदें भी ज्यादा हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए डायरेक्टर ने पूरी फिल्म में सिर्फ उन्हें ही दिखाने की कोशिश की है। हालांकि हम जिस तरह की पंच लाइन्स की उम्मीद करते हैं वो कंगना को नहीं मिले हैं। अगर आप कंगना के फैन हैं और इंडियन एयर फोर्स के अदम्य साहस पर बनी सिनेमेटिक लिबर्टी लेती हुई एक फिल्म देखना चाहते हैं तो इसे देख सकते हैं। बता दें फिल्म की राइटिंग और डायरेक्शन सर्वेश मेवाड़ा ने किया है।
कैसी है फिल्म में स्टारकास्ट की एक्टिंग?
आपको बता दें कि इसमें कोई शक नहीं हैं कि कंगना रनोट एक्टिंग को लेकर हाई लेवल का बोल्टेज हैं l फिल्म तेजस में कंगना एक फाइटर पायलट के रोल में पूरी तरह से जंची हैं। उनकी मेहनत साफ नजर आती है, हालांकि यही खामी भी है। इस फिल्म में कंगना पहले की तरह एफर्टलेस नजर नहीं आई हैं। फिर भी ये कहा जा सकता है कि उन्होंने फिल्म को अकेले अपने कंधे पर संभाला है। जानकारी के लिए बता दें कंगना के बॉयफ्रेंड के रोल में वरुण मित्रा ने भी अच्छा काम किया है। इसके साथ ही कंगना की दोस्त बनी अंशुल चौहान का अभिनय इस फिल्म में बेहतरीन है।