बांग्लादेश में शनिवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का मोड़ ले लिया l हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस की झड़प हो गई l भड़की हिंसा में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक कार्यकर्ता और एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और इसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए l
बता दें कि शनिवार को बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का डरावना रूप ले लिया l इस हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने दर्जनों वाहनों को आग लगा दी और सरकारी इमारतों में तोड़फोड़ की l हिंसा में कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले राजधानी ढाका में हजारों लोग एकत्रित हुए और शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ नारेबाजी की l इसी बीच पुलिस ने हिंसा शुरू होने पर आंसू गैस और रबर की गोलियां दागीं l
बता दें बांग्लादेश के प्रमुख राजनीतिक दलों बीएनपी और अवामी लीग ने जनवरी 2024 में अपेक्षित चुनावों से पहले छिटपुट हिंसा के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
आपको बता दें फकीरापूल इलाके में बीएनपी समर्थकों के साथ झड़प में एक पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मृत पुलिस कर्मी की पहचान डीएमपी की सीटीटीसी यूनिट के कांस्टेबल अमीनुल परवेज के रूप में की गई है। मृतक की पहचान वार्ड-7 मुग्दा थाना जुबो दल के अध्यक्ष शमीम मोल्ला के रूप में की गई है। बीएनपी के संयुक्त महासचिव रूहुल कबीर रिजवी ने कहा कि शमीम पुलिस गोलीबारी में घायल हो गया। बीएनपी नेता के मुताबिक, उन्हें गंभीर हालत में सेंट्रल पुलिस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान पुलिस ने बताया कि शमीम मोल्ला की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। केंद्रीय पुलिस अस्पताल के निदेशक पुलिस उपमहानिरीक्षक रेजाउल हैदर ने कहा कि उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, माना जा रहा है कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।