प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विश्व टीबी दिवस आज पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है 24 मार्च आज के दिन ही हर साल दुनिया भर में विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है बैक्टीरिया से होने वाली संक्रामक बीमारी टीबी का रूप ले लेती है इन दिनों खांसी आना आम बात है लेकिन जब खांसी में बलगम की मात्रा ज्यादा हो या सांस लेने में तकलीफ होने लगे या फिर खांसते समय मुँह से खून आने लगे तब बात चिंताजनक हो सकती है क्योंकि टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नाम के बैक्टीरिया की वजह से होती है.यह एक बैक्टीरियल संक्रमण है जो फेफड़ों पर असर डालता है. यह दिमाग और रीढ़ जैसे शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है लेटेंट टीबी जिसमें आमतौर पर लोग बीमार नहीं पड़ते है इससे शरीर में कीटाणु तो होते हैं आपका इम्यून सिस्टम इसे फैलने से बचा लेता है परन्तु आपकी थोड़ी सी लापरवाही से यह शरीर में कभी भी एक्टिव हो सकता है और यह आपकी पूरी बॉडी में फैल जाएगा जिस से आपको कभी भी टीबी जैसी घातक बीमारी हो सकती है यदि आपको 3 हफ्ते से ज्यादा तक कफ है या फिर छाती में दर्द, खांसी में खून आना, थकान, रात में पसीना आना, ठंड लगना, बुखार, भूख ना लगना और वजन कम हो जाना ऐसे कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क कर अपना टेस्ट कराए यदि आपके शरीर में इम्यून सिस्टम अच्छा है तो आप बैक्टीरिया से लड़ सकते है परन्तु अगर आपको HIV, डायबिटीज, किडनी की बीमारी, सिर या गर्दन का कैंसर है या फिर आपका वजन बहुत कम है तो आपको ये बीमारी आसानी से हो सकती है इसलिए खासी अधिक दिनों तक रहे तो लापरवाही ना बरते इलाज के लिए तुरंत चिकित्सालय जाए और डॉक्टर की सलाह ले
निवारण :
यदि खासी को तीन हफ्ते से ऊपर तक का समय हो जाए तो बिना देर किए चिकित्सालय जाए और बिना चिकित्सक की सलाह के कोई भी कार्य ना करे इलाज के दौरान खूब पौष्टिक खाना खाएं जैसे हरी सब्जियां , एक्सरसाइज करें, योग करें और समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लेते रहें. वहीं 6 से 9 महीने तक कई दवाओं का सेवन करके टीबी का इलाज हो सकता है आपका इम्यून सिस्टम अच्छा है और आप हेल्थी है तो आप जल्दी रिकवर कर सकते हो