साल 2022 के मुकाबले इस बार मौसम में काफी राहत है l पिछले साल की तुलना में देखे तो इस साल मौसम काफी ठंडा रहा l आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट के साथ बारिश की सम्भावना है l मौसम में इस तरह से बदलाव होना जलवायु का ही परिणाम है l फरवरी महीने में मौसम विभाग ने मार्च-अप्रैल में भारी गर्मी और लू की चेतावनी दी थी, परन्तु यह अनुमान पूरी तरह गलत साबित हुआ l
मौसम विभाग के अनुसार मार्च-अप्रैल में समान्य की तुलना में 19% अधिक बारिश हुई l इसकी गणना लंबी औसत अवधि के आधार पर की जाती है l अप्रैल में बारिश जिस पश्चिमी विक्षोभ के कारण होती है, वह भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होता है और प्रत्येक वर्ष अक्टूबर-अप्रैल के बीच उत्तर भारत में वर्षा लाता है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण अप्रैल भले ही ठंडा है, लेकिन यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता है कि मई का मौसम भी ठंडा रहेगा l जैसा कि आप लोग जानते है कि ज्यादातर दिल्ली-एनसीआर में अप्रैल का महीना गर्म होता है और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार होता है, परन्तु इस बार कुछ ही बार ऐसा हुआ है जब पारा 40 के पार पहुंचा है। इससे पहले 2012 में अप्रैल महीना सबसे ठंडा रहा था। उस मौसम विभाग के अनुसार, एक-दो दिन में फिर मौसम बदलेगा और दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना है। तापमान में और गिरावट आएगी।