हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई हिंसा के बाद सरकार ने थोड़ी राहत दी है।सरकार ने नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों और जिला गुरुग्राम के उपमंडल सोहना, पटौदी और मानेसर के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट निलंबन को आज दोपहर एक बजे से शाम 4 बजे तक आंशिक रूप से हटा दिया है। पिछले रोज़ नूंह में शोभायात्रा पर हुए हमले के बाद भड़की हिंसा के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। हरियाणा सरकार ने नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों और जिला गुरुग्राम के उपमंडल सोहना, पटौदी और मानेसर के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट निलंबन को आज दोपहर एक बजे से शाम 4 बजे तक आंशिक रूप से हटा दिया है। उधर, कर्फ्यू लगा है और जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। आपको बता दे नूंह हिंसा में अब तक छह लोगों की मौत हो गयी है। इनमें दो होमगार्ड और चार आम नागरिक थे , सांप्रदायिक हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने हिंसा में हुए नुकसान की वसूली उपद्रवियों से ही करने का एलान किया। इससे पहले, सरकार ने शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए नूंह, फरीदाबाद और पलवल जिलों के अधिकार क्षेत्र में और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर उप-मंडलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 5 अगस्त तक निलंबित कर दी थी।
जिसके परिणाम स्वरुप नूंह में हिंसक झड़प के बाद स्थानीय लोगों को अपने रोज़मर्रा के काम करने में बहुत परेशानी हो रही थी। वहा के एक स्थानीय ने बताया, ” की यहां डर का माहौल बना हुआ है ,हम सुबह जा रहे थे तो लग रहा था कि कहीं पीछे से कोई आ ना जाए। हम अपने बच्चों को भी बाहर नहीं भेज रहे हैं, मोहल्ले में सब्जी की मंडी भी नहीं लग रही है, खाने पिने के सम्मान और बाकी रोज़ मरे के सम्मान की चीज़ो पर भी रोक लग गयी थी। नूंह हिंसा को लेकर एसपी ने बयान जारी करते हुए बताया कि हालात अब कंट्रोल में हैं। बीते 24 घंटों में कोई दंगे की वारदात सामने नहीं आई है। इंटरनेट सेवा में छूट दी गई है। हिंसा के आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट लेकर जाया जा रहा है। जहां उनकी आज पेशी होगी। पुलिस कोर्ट से रिमांड की मांग करेगी। बता दें कि गुरुग्राम, सोहना, पटौदी में इंटरनेट सेवा आंशिक रूप से बहाल हो गई है। मानेसर मे भी इंटरनेट सेवा को आंशिक रूप से बहाल कर दिया है। नूंह हिंसा के आरोपियों को दो दिन की पुलिस रिमांड। अभी तक हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं हुई है। केंद्रीय एजेंसियों की भी तैनाती हो रही है।