आंदोलन कर रहे किसानों के लिए प्रदर्शन के दौरान एक राहत भरी खबर सामने आई हैं l जी हां, MSP अन्य मुद्दों को लेकर किसान काफी दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, अब हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार ने 2024-25 के लिए गन्ना खरीद की कीमतों में 8 प्रतिशत का इजाफा कर दिया l अक्टूबर से ये बढ़ी हुई कीमतें लागू कर दी जाएंगीं l काफी दिनों के विरोध प्रदर्शन के दौरान अब केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ी सौगात दी हैं l गन्ने की कीमत 315 रुपये से बढाकर 340 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है l इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी हैं l
बता दें कि बुधवार (21 फरवरी) को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान हमारे भाई और अन्नदाता हैं और केंद्र सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है l साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने किसानों की अधिक आय सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं l उनका कहना है कि “हम पहले भी बातचीत के लिए तैयार थे और आज भी तैयार हैं और भविष्य में भी उनके मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार रहेंगे l हमें कोई समस्या नहीं है क्योंकि वे हमारे भाई और अन्नदाता हैं l”
जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी FRP है l ऐसा दूसरी बार हैं जब FRP में मोदी सरकार ने एक बार में 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है l आम चुनाव से पहले यह कदम उठाया गया l गन्ना मुख्य रूप से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में उगाया जाता है l
बता दें अनुराग ठाकुर का कहना हैं कि “यह गन्ने की अब तक की सबसे अधिक कीमत है, जो मौजूदा सत्र 2023-24 के लिए गन्ने की एफआरपी से लगभग आठ प्रतिशत ज्यादा है l” उन्होंने कहा कि नई एफआरपी गन्ने के तय फॉर्मूले से 107 प्रतिशत ज्यादा है और इससे गन्ना किसानों की समृद्धि सुनिश्चित होगी l भारत, दुनियाभर में गन्ने की सबसे ज्यादा कीमत चुका रहा है l”
इसी बीच किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्रीय मंत्री ने मोदी सरकार की कई योजनाओं का भी जिक्र किया l इसी बीच उन्होंने कहा कि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दोगुना कर दिया है और खरीद भी दोगुना से अधिक बढ़ा दी गई है l मोदी सरकार के बारे में बताते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस सरकार ने पिछले 10 वर्षों में गेहूं, धान, तिलहन और दालों की खरीद पर 18.39 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं जबकि यूपीए सरकार ने 5.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए थे l बता दें कि मंत्री ने NDA सरकार के 10 वर्षों के दौरान किसानों को दिए गए उच्च एमएसपी और UPA सरकार के पिछले 10 वर्षों की तुलना में अधिक खरीद की भी तुलना की l इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने उचित दरों पर उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित की है l