ये खबर बिहार के अमित कुमार सिंह की है। जो दिल्ली में सरकारी जॉब की तलाश में आया था। परन्तु उसमे उसे सफलता नहीं मिली थी, जिस वजह से अमित कुमार सिंह को प्राइवेट जॉब करनी पड़ी थी। जिसमे से उन्हें आधी सैलेरी घर भी भेजनी होती थी। जिस वजह से उनके पास कम जेब में खर्चा होता था।
कैसे अमित कुमार ने की बीपीएससी की परिक्षा पार
अमित कुमार सिंह बिहार के एक छोटे से गावँ बक्सर के जिले भादवा गावँ में रहते थे। वह दिल्ली में सरकारी जॉब की तलाश में आये थे,लेकिन उन्हें सरकारी जॉब नहीं मिली। तब उन्हें प्राइवेट जॉब करनी पड़ी थी वह अपने घर बहुत कम जाते थे,क्युकी रिश्तेदार और परिवार वाले उन्हें ताने मरते थे। रिश्तेदारों के ताने से तंग होकर उन्होंने नीड़नये लिया की वह आप[नई परीक्षा पर ध्यान देंगे। उन्होंने अपनी परीक्षा की पढ़ाई गुरु रेहमान से ली। उन्होंने दो परीक्षाएं दी। एक खाद्य संगरक्षण और उपभोक्ता संगरक्षण विभाग की परीक्षा दी। उन्होंने दोनों परीक्षाओ को पार कर लिया। पहले जो रिश्तेदार उनसे बात नहीं करते थे और उनकी निंदा करते थे,अब वही रिश्तेदार उनकी प्रशंसा करते करते थकते नहीं है।