After the restoration of the Lok Sabha membership, Rahul Gandhi gave a speech in Parliament for the first time, said- You are throwing kerosene all over the country, you threw kerosene in Manipur and then lit a spark.

लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद संसद में पहली बार राहुल गांधी ने दिया भाषण, कहा-आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो, आपने मणिपुर में केरोसिन फेंकी और फिर चिंगारी लगा दी

लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद संसद में पहली बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाषण दिया l राहुल गांधी ने विपक्ष की तरफ से पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दूसरे दिन कई मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की l अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि “मणिपुर में इन लोगों ने पूरे हिंदुस्तान की हत्या की है l” उन्होंने अपने भाषण के दौरान उन महिलाओं की कहानी भी बताई, जिनसे वह अपने मणिपुर दौरे में मिले थे l इसके साथ राहुल गांधी ने हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा का भी जिक्र किया l

बता दें कि संसद में अपने भाषण की शुरुआत राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा से की l फिर थोड़ी देर बाद ही उन्होंने मणिपुर को लेकर बोलना शुरू कर दिया l राहुल गांधी ने कहा कि भारत इस देश के लोगों की आवाज है l अगर हम इस आवाज को सुनना चाहते हैं तो हमें अहंकार को मिटाना पड़ेगा l राहुल गांधी ने अपने मणिपुर दौरे का जिक्र करते हुए कहा, कुछ दिन पहले मैं मणिपुर गया था l हमारे प्रधानमंत्री आज तक नहीं गए, क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है l मैंने मणिपुर शब्द प्रयोग किया, लेकिन आज की सच्चाई ये है कि मणिपुर को आपने दो हिस्सों में तोड़ दिया है l

राहुल ने सुनाई मणिपुर दौरे की कहानी

मणिपुर में राहुल गांधी ने राहत शिविरों के अपने दौरे की एक कहानी सुनाते हुए कहा, “मैं मणिपुर में राहत शिविर में गया तो वहां राहत शिविर में एक महिला मिली, जिसने बताया कि मेरा एक ही बच्चा था, जिसे मेरी आंखों के सामने गोली मारी है. उस महिला ने बताया कि मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही, फिर मुझे डर लगा और मैंने अपना घर छोड़ दिया. राहुल बोले, इसके बाद मैंने उससे पूछा कि आप कुछ तो अपने साथ लाई होगी? उसने अपने बच्चे की फोटो दिखाते हुए कहा कि अब यही मेरे पास बचा है l” फिर राहुल गांधी ने दूसरी महिला का जिक्र करते हुए बताया कि वो अपना दर्द याद कर मेरे सामने बेहोश होकर गिर गई l

आपको बता दें कि अपने भाषण में राहुल गांधी ने मणिपुर में हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि इनकी राजनीति ने सिर्फ मणिपुर को नहीं मारा है, इनकी राजनीति ने हिंदुस्तान को मणिपुर में मारा है l हिंदुस्तान का मर्डर किया है l राहुल गांधी ने आगे कहा कि जैसा मैंने भाषण के शुरुआत में बोला कि भारत एक आवाज है, भारत हमारी जनता की आवाज है उनके दिल की आवाज है l उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की, इसका मतलब भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की l राहुल गांधी ने आगे कहा कि आप देश प्रेमी नहीं बल्कि देशद्रोही हैं l आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो l

अपने भाषण में हरियाणा में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि रावण दो लोगों की सुनता था, पहला मेघनाथ और दूसरा कुंभकरण… वैसे ही नरेंद्र मोदी दो लोगों की सुनते हैं वो हैं अमित शाह और अडाणी… लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, लंका को रावण के अहंकार ने जलाया था l राम को रावण ने नहीं मारा था, रावण को उसके अहंकार ने मारा था l आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो, आपने मणिपुर में केरोसिन फेंकी और फिर चिंगारी लगा दी l अब आप हरियाणा में कर रहे हो, आप पूरे देश को जलाने में लगे हो l

संसद में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र किया l उन्होंने कहा, शुरुआत में मेरे दिमाग में था कि अगर मैं रोजाना 10 किमी दौड़ सकता हूं तो 25 किमी क्यों नहीं चल सकता, ये कुछ नहीं है l उस समय की भावना मेरे दिल का अहंकार थी, लेकिन भारत अहंकार को एक सेकेंड में मिटा देता है l दो-तीन दिन में मेरे घुटने में दर्द शुरू हो गया, पुरानी चोट थी… हर रोज मेरे घुटने में दर्द हो रहा था l इस तरह पहले दो-तीन दिनों में जो अहंकार था वो शून्य हो गया l जो हिंदुस्तान को अहंकार से देखने निकला था वो पूरा का पूरा अहंकार गायब हो गया l

क्या है अविश्वास प्रस्ताव ?

अविश्वास प्रस्ताव लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था और संसदीय परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। संसदीय व्यवस्था में जब विपक्षी दल (पार्टी) को यह प्रतीत होता है कि सत्तारूढ़ दल की सरकार संसद के सदन का विश्वास खो चुकी है, तो वह अविश्वास प्रस्ताव लाती है। अंग्रेजी में इसे ‘नो कॉन्फिडेंस मोशन’ (No Confidence Motion) कहते हैं। इस संबंध में इसका उल्लेख भारत के संविधान के अनुच्छेद 75 में किया गया है। संसदीय लोकतंत्र में, कोई सरकार तभी सत्ता में रह सकती है जब उसके पास सीधे निर्वाचित सदन में बहुमत हो।

सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 26 जुलाई को स्वीकार किया था। यह प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर की स्थिति पर बयान की मांग को लेकर चल रहे विपक्ष के विरोध के बीच लाया गया था। बता दें, मणिपुर की स्थिति पर संसद में गतिरोध के बीच, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने 26 जुलाई, 2023 को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपा था।

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