जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में आर्काइव अध्ययन का कार्यक्रम आयोजन किया गया

दिल्ली विश्वविद्यालय जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में कैरियर अवसर सेल का कार्यक्रम आयोजन किया गया l यह कार्यक्रम आईक्यूएसी और सेंटर फॉर करियर काउंसलिंग, करियर अवसर और कौशल संवर्धन के तत्वावधान में प्रस्तुत करता है l बता दें कि 19 अक्टूबर, 2023 को आर्काइव के क्षेत्र में कैरियर की संभावनाओं पर सेमिनार सुबह 10:30 बजे आयोजित किया गया l इस कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के समिति कक्ष में किया गया l

बता दें आर्काइव अध्ययन से अभिप्राय हैं कि कठोर या स्थायी सामग्री पर उल्लिखित लिखित सामग्री के अध्ययन को आर्काइव के रूप में जाना जाता है। एपिग्राफीन (“किसी चीज़ पर लिखना, उत्कीर्ण करना”) और एपिग्राफ (“शिलालेख”) शास्त्रीय ग्रीक शब्द हैं। एपिग्राफर या आर्काइव वह है जो आर्काइव विधियों का उपयोग करता है। एक आर्काइव (एक विदग्धोक्ति के साथ भ्रमित नहीं होना) किसी भी प्रकार का लेख या विषयवस्तु है, जिसमें एक एकल वर्णिम (जैसे बर्तन पर निशान जो बर्तन की सामग्री भेजने वाले व्यापारी के संक्षिप्त नाम को दर्शाता है) से लेकर एक लंबे दस्तावेज़ तक हो सकता है।

जानकी देवी महाविद्यालय के करियर अवसर प्रकोष्ठ (COC) व इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वधान में दिनांक 19 अक्टूबर को अभिलेखागार के क्षेत्र में करियर की संभावनाओं पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में देवेंद्र कुमार शर्मा, सहायक निदेशक, राष्ट्रीय अभिलेखागार व डॉ सैयद शाहिद अशरफ़, फेलो, अम्बेडकर विश्वविद्यालय ने छात्रों को अभिलेख संरक्षण व अभिलेख के क्षेत्र में कौशल के अवसर पर व्याख्यान दिया। सेमिनार की विधिवत शुरुआत प्रोफेसर स्वाति पाल, प्रिंसिपल, जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज के उद्बोधन व वक्ताओं के स्वागत से हुई। कार्यक्रम की रूपरेखा और सफल आयोजन की ज़िम्मेदारी प्रोफ़ेसर मीता चरण, प्रोफेसर पूनम बेवुतरा व डॉ मनीषा शर्मा द्वारा निभायी गई।

इस आयोजित कार्यक्रम में देवेन्द्र कुमार शर्मा सहायक निदेशक (भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार) और सैयद शाहिद अशरफ अकादमिक फेलो (डॉ. बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली) ने सभी को इस सेमिनार से जुड़ी जानकारी दी l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *