Ganesh Chaturthi

बाप्पा आले! गणेश चतुर्थी पर घर-घर भगवान विघ्नहर्ता गणपति महाराज का आगमन

हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष पर देशभर में गणेश उत्सव की धूम रहती है। हर साल शुक्ल पक्ष की बेला में विघ्नहर्ता का पुरे दिल से स्वागत करते है। देश के तमाम राज्यों में गणेश चतुर्थी को लेकर तैयारियां जोरो शोरों से चल रही हैं और बाजार भी पूरी तरह से गणेश की प्रतिमाओं से सज चुके हैं। इस साल दिनांक 19 सितम्बर से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो रही है। इसी दिन भक्त बप्पा को अपने घरों और पंडालों में विराजमान करते है।

मुंबई में गणेश चतुर्थी को लेकर गजब का उत्साह

मुंबई में गणेश चतुर्थी की हर साल अलग धूम रहती है। मुंबई के अलग अलग जगहों पर विघ्नहर्ता की विशाल प्रतिमा स्थापित होती है। हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय माना गया है। हर शुभ कार्य के पहले गणपति की पूजा की जाती है। इसलिए भगवान गणेश की अराधना के लिए मनाए जाने वाले दस दिवसीय गणेशोत्सव का बहुत अधिक महत्व होता है। गणेश चतुर्थी को लेकर मुंबई में रौनक है। हालांकि अभी बप्पा के आने में देर है लेकिन तैयारियां ज़ोर शोर से चल रही हैं। मूर्तियों और पंडालों को पिछले साल के मुकाबले और बेहतर और भव्य बनाने की कोशिश में गणेश मंडल के लोग जुटे हैं। जानकारी के लिए बता दें इसी कड़ी में ‘मुंबई का महाराजा’ गणेश मंडल ने 45 फीट ऊंची गणेश प्रतिमा बनाई है। दावा है कि ये देश की सबसे ऊंची बप्पा की मूर्ति है।

शानदार और खूबसूरत होगा इस साल का मंडप

बता दें इस साल महाराज गणेश का पंडाल और भी भव्य और विशाल बनाया जा रहा है। आपको बताते चले कि लालबाग के राजा का रूप सामने आ चुका है। रायगढ़ के किले की थीम वाले भव्य पंडाल में बप्पा के दिव्य रूप ने लोगों का मन मोह लिया है। इस पंडाल में बप्पा के दर्शन करने के लिए लोग देश के कोने-कोने से आते है। माना जाता है कि यहां जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पूरी होती है। लालबाग का राजा मुंबई का सबसे अधिक लोकप्रिय सार्वजनिक गणेश मंडल है। मयूर बिहार में इस साल भी गणेश भगवान का मंडप फूलो से सजाया जायेगा। मयूर बिहार गणेश मंडली इस साल फूलो के थीम से गणेश मंडप का डेकोरेशन करेगी। इस साल की गणेश पूजा भव्य होने वाली है। बता दें गणेश की रंग बिरंगी मूर्तियों से बजार सज चुका है। हिन्दू पंडितो के हिसाब और हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से प्रारंभ होगी और 19 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि मान्य होने के कारण इस साल गणेश चतुर्थी का पावन पर्व 19 सितंबर 2023 मंगलवार को मनाया जाएगा।

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