भोपाल का एक मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को शर्मसार करके रख दिया l भोपाल में सोशल मीडिया के दौरान एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमे एक युवक को कुत्ता बनाकर उसके गले में पट्टा डालकर उसे घुटनों पर बिठाकर धमकाया जा रहा है, वीडियो बनाते समय बार बार कह रहा है कि कुत्ता बन, और भौंक l वह अपने रिश्तेदारों के नाम बताकर उनसे दया की गुहार कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के दौरान युवक के गले में पट्टा डला हुआ है। वह अपनी मां की कसम खा रहा है। पीड़ित ने थाने में कहा कि आरोपियों उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहे थे l पीड़ित के भाई ने भी मीडिया के सामने कहा कि आरोपितों के कारण ही हमने अपना घर सस्ते में बेच दिया था। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को आरोपी बताया। इसमें से तीन को हिरासत में लिया गया है।
पेशे से फोटोग्राफर है युवक :-
बता दें कि जब जांच शुरू कि तो पता चला कि वह इंद्रा विहार कालोनी पंचवटी कालोनी में रहने वाले एक युवक का है। जोकि फोटो ग्राफी का काम करता है। यह वीडियो 9 जून को टीलाजमालपुरा में ही बनाया गया है। युवक के दोस्तों का कहना है कि वह कई टीलाजमालपुरा थाने में उसकी शिकायत करने गया था, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी, उसे थाने के लोग गौतम नगर थाने भेज देते थे l इस मामले में पुलिस ने जांच करनी शुरू कर दी है l गृह मंत्री के निर्देश के बाद इस पूरे मामले में पुलिस की पड़ताल शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर आरोपियों के घर पर चला बुलडोजर :-
बता दें कि टीला जमालपुरा थाने के अंतर्गत मतांतरण मामले में मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस कमिश्नर भोपाल और कलेक्टर भोपाल को सख्त निर्देश दिए है कि आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश पर आरोपियों पर अब एनएसए की कार्रवाई की जा रही है। तीनों के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई भी तुरंत ही कर दी गई। बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान दो महिलाओं ने फांसी लगाने की कोशिश की। उनके परिजनों ने उनकी जान बचाई।तीनों आरोपियों को 4 जुलाई तक की ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि यह मामला इंटरनेट मीडिया पर अपलोड की गई किसी स्टेट्स स्टोरी को लेकर र्है। पुलिस की तरफ से अभी इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है l परन्तु पुलिस अब सच्चाई जानने के लिए जांच में जुटी हुई है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद गृहमंत्री ने पुलिस आयुक्त् से जानकारी मांग ली है।