Biography of Mukesh Ambani

मुकेश अंबानी की बायोग्राफी (Biography of Mukesh Ambani)

Reported by :- दीपिका राजपूत, aaravtimes.com

मुकेश अंबानी नाम तो सब ने ही सुना होगा l मुकेश अंबानी भारतीय शक्तिशाली व्यापारियों में से एक है। यह न केवल इंडिया के बल्कि विश्व के भी शक्तिशाली व्यापारियों में से एक हैं l यह इस वक्त रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी के रूप में कार्य कर रहे हैं l 1981 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की बागडोर संभाली। बता दें कि यह 2019 की फोर्ब्स सूची के मुताबिक वह दुनिया के 13वें में सबसे अमीर शख्स है। जानकारी के लिए बता दें कि उनकी कुल संपत्ति 55 अरब डॉलर है। इनकी कुल संपत्ति से 20 दिनों तक भारत सरकार हमारे देश को चलाने का खर्चा उठा सकती है l उन्होने मोबाइल फोन, ब्रॉडबैंड सेवाएं तथा डिजिटल सेवा प्रदान करने वाली जिओ कंपनी की स्थापना की है। इसके साथ ही वे इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन के मालिक है। यह दुनिया के सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार भारतीय उद्योगपति है। मुकेश अंबानी एक कामयाब व्यापारी होने के साथ साथ कई तरह की चैरिटी से भी जुड़े हुए हैं और इनकी पत्नी भी कई तरह की चैरिटी के कार्य करती हैं l मुकेश अंबानी के अलावा इनकी बेटी और बेटे द्वारा भी अब इनका व्यापार संभाला जा रहा है l उन्होने मोबाइल फोन, ब्रॉडबैंड सेवाएं तथा डिजिटल सेवा प्रदान करने वाली जिओ कंपनी की स्थापना की है। इसके साथ ही वे इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन के मालिक है। यह दुनिया के सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार भारतीय उद्योगपति है।

मुकेश अंबानी का जन्म :-

बता दें कि मुकेश अंबानी का जन्म 19 अप्रैल, वर्ष 1957 में यमन कंट्री के एडन सिटी में हुआ था l मुकेश अंबानी का पूरा नाम मुकेश धीरूभाई अंबानी है। इनके पिता का नाम स्वर्गीय धीरूभाई अंबानी हैं। धीरूभाई अंबानी एक भारतीय उद्यमी एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक थे। उनकी माता का नाम कोकिला बेन अम्बानी है। इनका परिवार गुजरात के मोध बनिया समुदाय से ताल्लुक रखता है। उनके भाई का नाम अनिल अम्बानी है उनके भाई अनिल अम्बानी रिलायंस अनिल “धीरूभाई अम्बानी” समूह के प्रमुख हैं। यह समूह दूरसंचार, बिजली, प्राकृतिक संसाधनों, बुनियादी सुविधाओं और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में काम करता है। 2004 में उनके पिता की मृत्यु के बाद इनके पिता की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर नियंत्रण को लेकर दोनों भाइयों के बीच में विवाद हुआ था , जिसके बाद रिलायंस समूह दो भागों में विभाजित हो गया। मुकेश अम्बानी की पत्नी का नाम नीता अम्बानी है। वे रिलायंस इंडस्ट्रीज के सामाजिक एवं धर्मार्थ कार्यो को देखती हैं। उनके तीन बच्चे हैं: आकाश, ईशा और अनंत अम्बानी है। मुकेश अम्बानी अपने परिवार के साथ दक्षिण मुंबई स्थित अपने 27 मंजिली ईमारत ‘एंटीलिया’ में रहते हैं। इसे दुनिया का सबसे महंगा मकान माना जाता है। लगभग 600 कर्मचारियों का दल इस ईमारत की देख-रेख में लगा रहता है। इसके नाम अटलांटिक ओसियन स्थित इसी नाम के एक पौराणिक टापू पर रखा गया है।

मुकेश अंबानी की शिक्षा :-

बता दें कि मुकेश अंबानी ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई शहर के हिल ग्रेंज हाई स्कूल से की है l इन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई केमिकल इंजीनियरिंग विषय में मुंबई के रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान से की है l अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद आगे की शिक्षा हासिल करने के लिए इन्होंने अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था l हालांकि इन्होंने बीच में ही अपनी ये पढ़ाई छोड़ दी थी और वापस भारत में आकर अपने पिता का बिजनेस ज्वाइन कर लिया था l मुकेश अंबानी ने फिर उसी व्यापार को आगे बढ़ाया l

मुकेश अंबानी का करियर :-

वर्ष 1981 में, भारत लौटने के बाद, मुकेश अंबानी ने अपने पिता को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का विस्तार करने में मदद की l इस समय तक पारिवारिक व्यवसाय का विस्तार रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स और दूरसंचार उद्योगों तक हो गया था। 1980 में, इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत सरकार ने निजी क्षेत्र को PFY (पॉलिएस्टर फिलामेंट यार्न) के निर्माण की अनुमति दे दी थी. धीरूभाई अंबानी ने भी पीएफवाई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन किया था. पीएफवाई प्लांट बनाने में मदद करने के लिए, धीरूभाई ने अपने बड़े बेटे मुकेश अंबानी को कंपनी के लिए काम करने के लिए स्टैनफोर्ड से बाहर निकाला, जहां वह एमबीए कर रहे थे।1980 में जब इंदिरा गाँधी सरकार ने पी.एफ.वाई. (पॉलिएस्टर फिलामेंट यार्न) का निर्माण निजी क्षेत्र के लिए खोला तब रिलायंस ने भी लाइसेंस के लिए अपनी दावेदारी पेश की और टाटा, बिड़ला तथा 43 और दिग्गजों के मध्य लाइसेंस पाने में कामयाबी हासिल की। पी.एफ.वाई. (पॉलिएस्टर फिलामेंट यार्न) कारखाने के निर्माण के लिए धीरुभाई अम्बानी ने मुकेश को एम.बी.ए. की पढ़ाई बीच में ही बुला लिया। मुकेश अपनी पढ़ाई छोड़ भारत आ गए और कारखाने के निर्माण में जुट गए। रसिकभाई मेसवानी कंपनी के तत्कालीन निदेशक थे और मुकेश अंबानी उन्हें रोजाना रिपोर्ट करते थे l

1985 में, रसिकभाई की मृत्यु हो गई और अगले वर्ष 1986 में, मुकेश अंबानी के पिता को आघात लगा l उसके बाद परिवार का सबसे बड़ा बेटा होने के नाते सारी जिम्मेदारी मुकेश अंबानी पर आ गई l 24 साल की उम्र में, मुकेश अंबानी को पातालगंगा पेट्रोकेमिकल प्लांट के निर्माण का प्रभार दिया गया था। 6 जुलाई 2002 को, धीरूभाई अंबानी की दूसरी स्ट्रोक से मृत्यु हो गई, जिसके बाद भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर तनाव बढ़ गया, धीरूभाई ने साम्राज्य के वितरण के लिए कोई वसीयत नहीं छोड़ी थी। फिर भाइयों के बीच संपत्ति विवाद को खत्म करने के लिए उनकी माँ कोकिलाबेन अंबानी ने हस्तक्षेप किया, उन्होंने कंपनी को दो भागो में विभाजित कर दिया, मुकेश अंबानी को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड का नियंत्रण प्राप्त हुआ था, जिसे बाद में दिसंबर 2005 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंजूरी दे दी थी।

साल 2005 में मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी बने थे. मुकेश अंबानी के मार्गदर्शन में, कंपनी ने जामनगर, भारत में दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफाइनरी का निर्माण किया, जो वर्ष 2010 में प्रति दिन 660,000 बैरल का उत्पादन करने में सक्षम थी। 18 जून 2014 को, मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40 वीं एजीएम को संबोधित करते हुए कहा कि वह अगले तीन वर्षों में व्यवसायों में 1.8 ट्रिलियन (लघु पैमाने) का निवेश करेंगे और 2015 में 4 जी ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू करेंगे। 2016 में, Jio ने ‘LYF’ नाम के ब्रांड के तहत अपना 4G स्मार्टफोन लॉन्च किया. यह स्मार्टफोन उस साल भारत का तीसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला स्मार्टफोन था. सितंबर 2016 में, Jio 4G को व्यावसायिक रूप से लॉन्च किया गया था। 31 मार्च 2022 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का बाजार पूंजीकरण 243 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। रिलायंस की सहायक कंपनियां हैं; जियो प्लेटफार्म, रिलायंस रिटेल, रिलायंस पेट्रोलियम, जियो पेमेंट्स बैंक, नेटवर्क18 ग्रुप, मुंबई इंडियंस, आलोक इंडस्ट्रीज & रिलायंस फाउंडेशन। मुकेश अंबानी भारत के एकमात्र व्यवसायी हैं जिन्हें भारत सरकार द्वारा Z सुरक्षा प्रदान की गई है।

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