Cloud burst in Kargil-Uttarkashi, wrist cottages destroyed, rescue operation continues with JCB

करगिल-उत्तरकाशी में बादल फटा, टूरिस्ट कॉटेज हुए ध्वस्त, JCB से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उत्तराखंड में मौसम के कहर का सिलसिला लगातार जारी है। मौसम के कहर से देर रात बारिश और भूस्खलन के बाद बड़कोट इलाके में काफी नुकसान हुआ है। टूरिस्ट कॉटेज ध्वस्त हुए हैं। वही आवासीय विद्यालयों में भी भूस्खलन का मलबा घुस गया। इससे काफी नुकसान होने की आशंका है।

बता दें कि 21 जुलाई की देर रात उत्तरकाशी और करगिल में बादल फटने की घटना सामने आई। यमुनोत्री हाईवे पर लैंडस्लाइड हो गया और कई गाड़ियां दब गईं। वहीं, स्कूलों में भी मलबा जमा हो गया। बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। बड़कोट तहसील के अंतर्गत गंगनानी में भूस्खलन का मलबा आने के कारण एक टूरिस्ट रिजॉर्ट के कुछ कॉटेज क्षतिग्रस्त हुए हैं और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के परिसर में भी मलबा घुसा है। पुरोला के छाड़ा खंड में भी बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ है । भूमि कटाव और कुछ घरों और दुकानों में मलवा घुस गया। घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल देर रात प्रशासनिक टीम और एसडीआरएफ के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। यूपी में बिजनौर के मंडावली में कोटावाली नदी का जलस्तर बढ़ने से एक बस तेज बहाव में फंस गई। बस में लगभग 24 यात्री सवार हैं। फ़िलहाल JCB से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सभी जगह SDRF और फायर ब्रिगेड की टीमें तैनात की गई हैं। राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर में भारी बारिश हुई है। जोधपुर की एक गली में पानी के तेज बहाव में बाइक, स्कूटी सवार बह गए। यहां 2 घंटे में 66.8 मिमी बारिश हुई।महाराष्ट्र के पालघर, मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। रायगढ़ के इर्शालवाडी में लैंडस्लाइड से मरने वालों की संख्या 24 हाे गई है, 84 लोग लापता हैं। दिल्ली में एक बार फिर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। हिमाचल में भी 22 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। ओडिशा के 15 जिलों में अगले 24 घंटे भारी बारिश का अलर्ट है।

हरियाणा के 16 शहरों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी हुआ है। इनमें बापौली, घरौंडा, करनाल, इंद्री , राडौर, पानीपत, निलोखेरी, थानेसर, शाहाबाद, अंबाला, कालका, बराडा , जगाधरी , छछरौली, नारायणगढ़ और पंचकूला शमिल हैं। इ्स दौरान 40 से 60 किलोमीटर स्पीड से हवाएं भी चलेंगी।

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