"होली पर पड़ने वाले चंद्र ग्रहण में जानें क्‍या करें और क्‍या न करें: Holi with Lunar Eclipse"

होली और चंद्र ग्रहण सौ साल बाद फिर दिखे साथ, जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त?

आखिर कब हैं होली? होली के दिनांक को लेकर लोगों ने गूगल पर हजारों वेबसाइट छान ली लेकिन अभी भी उनके मन की शंका दूर नहीं हुई हैं l क्योंकि आप तो जानते ही हैं हिन्दू धर्म में हर त्यौहार दो दिन मनाए जाते हैं l जिसको लेकर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि आखिर छोटी होली और बड़ी होली किस दिन मनाई जाएगी तो चलिए इस खबर के माध्यम से हम आपको बताते हैं कि आखिर किस दिन मनाई जाएगी होली?

बता दें कि हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन की जाती है, फिर इसके अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को रंगों वाली होली खेली जाती है। इस साल होली पर चंद्र ग्रहण और होलिका दहन पर भद्रा का साया रहेगा। 100 साल बाद होली और चंद्र ग्रहण दोनों एक ही दिन है।

वैदिक पंचांग की गणना के मुताबिक इस साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 55 मिनट से आरंभ हो जाएगी जो 25 मार्च 2024 को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। शास्त्रों की मानें तो होलिका दहन पूर्णिमा तिथि और भद्रा रहित काल में करना शुभ माना जाता है। ऐसे में होलिका दहन 24 मार्च को और रंगों वाली होली 25 मार्च को खेली जाएगी।

अगर बात करें होलिका दहन कि तो वैदिक पंचांग और ज्योतिष के विद्वानों के मतानुसार होलिका दहन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रात्रि 11 बजकर 14 मिनट से लेकर 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। यानी इस दौरान होलिका करना शुभ रहेगा।

100 साल बाद होली और चंद्र ग्रहण एक साथ

बता दें इस साल होली पर चंद्र ग्रहण भी नजर आने वाला हैं। चंद्र ग्रहण 25 मार्च को सुबह 10.23 बजे शुरू होगा और दोपहर 3.02 बजे तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।

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