शादी एक भव्य अवसर है जहाँ पर शादी की तैयारियाँ और उसमें होने वाले खर्चे सब लोगों के लिए आम बात है। वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल ने कहा था की ” लोग अपनी बहन-बेटी की शादियों में लखों का खर्चा करते हैं, शादी करो तो सिंपल तरीके से करो ” ये बोलने वाले अरविंद केजरीवाल ने खुद पर ही ये नियम लागू नहीं किया, जिस वजह से उनकी ही पुरानी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग केजरीवाल का जमकर मज़ाक बना रहे है।

कौन हुए शादी में शामिल

हाली में 18 अप्रैल को केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल और संभव जैन की शादी बहुत धूमधाम से संपन हुई। शादी में बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर मीका सिंह, भगवंत मान, राघव चड्ढा, सत्येंद्र जैन, मनीष सीसोदिया और अन्य लोग भी शामिल हुए। हर्षिता और संभव की शादी में मीका सिंह ने अपने पंजाबी गानों से शादी में चार चाँद लगा दिए। वहीं दूसरी तरफ भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता के साथ भी नाचते हुए नज़र आए। वहीं सूत्रों के अनुसार केजरीवाल की बेटी की शादी पर सवाल उठाया जा रहा है की उन्होंने अपनी बात पर अम्ल नहीं किया। अपनी बेटी की शादी में और चुनावी रैली एवं जनता को संबोधित करने में भी लाखों खर्च होते है और अगर बात जनता की हो तो उन पर सरे नियम लागु होते है। उनका कोई अधिकार नहीं की वो अपने घर शादी धूमधाम से ना कराएँ।

शादी पर सवालों सैलाब

सोशल मीडिया पर केजरीवाल की एक पुरानी वीडियो जम कर वायरल हो रही है जिसमें वो भाषण देते हुए नज़र आ रहे है। जिसमें वो जनता से कहे रहे हैं की ” लोग अपनी बहन, बेटी और पोती की, शादी कराते है और लाखों का खर्चा करते है, घर को सजाते है सगाई में लाखों का हॉल बुक कराते है। शादी करनी है तो आम तरीकों से करो और लाखों रुपये की बचत करो “। शादी में लखों के खर्च का विरोध करने वाले अरविंद केजरीवाल अपनी ही बातों से पलट गए और अपनी बेटी हर्षिता की शादी में, अंधाधुंध पैसे बहाया और गानो पर अपनी पत्नी के साथ नाच रहे है उसको एंजॉय कर रहे है। अनुमान लगया जा रहा है की केजरीवाल ने अपनी बेटी की शादी में 1.7 करोड़ तक पैसा खर्च किया है। वहीं भाषण में शादी के होने वाले पैसों के खर्च का विरोध करने वाले केजरीवाल ने ये भी नहीं देखा की भाषण में जो कहा मैं उसी का उल्टा कर रहा हूँ। ये तो वही कहावत हो गई – “हाथी के दांत खाने के अलग और दिखने के अलग”, ये कहावत सच होती नज़र आ रही है।

अपने वादों से मुकरे केजरीवाल

आपको बता दें ये पहेली बार नहीं है जब केजरीवाल अपनी कही हुई बातों से पलटे हो ऐसा कई बार हुआ है – जब यमुना की सफाई करनी थी तब भी अपनी बात से पलटे, जब महिलों की सुरक्षा की बात की जाए, तो केजरीवाल ने ये वादा भी किया था की वो महिलाओं को पूरी सुरक्षा देंगे तब भी अपनी बातों से पलट गए। केजरीवाल बातें बोलना और वादा करना बहुत अच्छे से जानते हैं पर उन वादों को पूरा करना CM का फर्ज़ होता है की वो अपने राज्य को और बेहतर बनाए और उसमें जो कमियाँ है उसको जड़ से ख़तम कर दे पर केजरीवाल ‘करनी’ पर कम ‘कथनी’ पर ज़्यादा ध्यान देतें है।

केजरीवाल जी जनता के सवालों का जवाब आपको देना होगा – क्यों आप लोगों की भावनाओं को तोड़ते है और क्यों जनता का भरोसा तोड़ते है ? आप भाजपा पार्टी और उनके कामों में खूब कमियाँ निकलते हैं, पर खुद अपनी पार्टी के कारियों और उनके कर्मियों की काली करतूतों पर पर्दा डालते है। इतना भेदभाव जनता के लिए ये आपको शोभा नहीं देता है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version