AI: आपने अपने आस-पास बहुत लोगो को कहते हुए सुना होगा “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस”l लेकिन क्या आप जानते है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है यह कैसे काम करता है l किस काम के लिए इसको इस्तेमाल किया जाता है l तो चलिए हम आपको बताते है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हम अपने स्मार्ट फोन में भी करते है l हम गूगल असिस्टेंट और गूगल मैप के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करते है l मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वह प्रक्रिया है जिसमें एक मशीन को यह सिखाया जाता है कि वे पिछले अनुभव के आधार पर कैसे निष्कर्ष और निर्णय ले l यानी कि मानव अनुभव के बिना कंप्यूटर में मौजूद डाटा का विश्लेषण करके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सही और उचित निष्कर्ष पर पहुंचे l
डेटा का मूल्यांकन करके निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए स्वचालन व्यवसायों के लिए मानव समय को बचाता है l उन्हें सही निर्णय लेने में मदद करता है l आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्तमान और भविष्य के बेहद जरुरी और फायदेमंद हो चुका है l लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है परन्तु इसके फायदे उससे भी अधिक है l इसका इस्तेमाल उद्दोग , मानव कल्याण , चिकित्सा और ऑटोमोबाइल्स इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से कम नहीं है l आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अभिप्राय बनावटी तरीके से विकसित की गयी बौद्धिक क्षमता है l यह बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है अर्थात् यह मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है l
AI को लेकर Facebook की पैरेंट कंपनी Meta के चीफ AI साइंटिस्ट Yann Lecun की राय :-
Yann Lecun का मानना है कि CHATGPT से ज्यादा स्मार्ट कुत्ते बिल्ली है l अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस साल की शुरुआत से ही चर्चाओं में है l Meta के चीफ ने AI को लेकर कुछ खुलासे किए जिनसे साफ पता चलता है कि भविष्य में AI से कोई खतरा नहीं होगा उन्होंने इस बात का दावा किया है l बता दें कि जहां लोगो को AI को लेकर डर सता रहा है कि अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानियत को खत्म कर देगा और उनसे उनकी नौकरियां छीन लेगा परन्तु इसको लेकर facebook की पैरेंट कंपनी Meta के चीफ AI साइंटिस्ट Yann Lecun की राय बिलकुल अलग है l
बता दें कि Yann Lecun का मानना है कि CHATGPT जैसे प्रोग्राम बहुत सीमित है क्योंकि ये लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर ट्रेंड है उन्होंने ये बाते 14 जून को Viva Tech कॉन्फ्रेंस में कहीं है l उन्होंने कहा कि वो सिस्टम बहुत सीमित है उन्होंने रियल वर्ल्ड के बारे में कोई जानकारी नहीं है क्योंकि इन्हें टेक्स्ट और बहुत सारे टेक्स्ट पर ट्रेन किया गया है l उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ ज्यादातर इंसान जो सीखते है उन्हें लैंग्वेज से कोई लेना देना नहीं है ह्यूमन एक्सपीरियंस को AI कैप्चर नहीं कर सकता l इसका ये मतलब है कि AI चालाक दिख सकते है, कई एग्जाम पास कर सकते है, लेकिन ये सिंपल टास्क को नहीं सीख सकता है Yann Lecun ने कहा कि 10 साल का बच्चा ये काम 10 मिनट में सीख सकता है l
बता दें कि Meta के AI चीफ वीडियो के जरिए AI को ट्रेनिंग देने पर काम कर रहे है l उन्होंने बताया कि ये टास्क सिर्फ टेक्स्ट के जरिए ट्रेनिंग के मुकाबले काफी मुश्किल है l उन्होंने कहा कि जब तक हम ऐसा नहीं कर सकते है जब तक हमे इंसानो जैसी इंटेलिजेंस नहीं मिलेगी यहां तक कि कुत्ते और बिल्ली जैसी भी इंटेलिजेंस हमे देखने को नहीं मिलेगी l हालांकि Yann का मानना है कि भविष्य में हम उस पॉइंट तक पहुंच जाएंगे l यहां मशीन इंसानो और डॉग्स दोनों से ज्यादा स्मार्ट होगी, लेकिन इससे इंसानो को कोई खतरा नहीं है l AI से भविष्य में इंसानो को कोई खतरा नहीं होगा l