कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव, JAP का विलय किया; इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव, बिहार"

कांग्रेस में विलय होते ही पप्पू यादव का हुआ तिरस्कार

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी जंग तूल पकड़ती नजर आ रही हैं l इसके साथ ही नेताओं का दल बदलने का सिलसिला भी लगातार चल रहा हैं l इसी दौरान बुधवार को पप्पू यादव की जन अधिकारी पार्टी का कांग्रेस में मिलन हो गया। इस संबंध में दिल्ली में प्रेस वार्ता भी आयोजित की गई थी। सबसे पहले पप्पू यादव को ससम्मान पार्टी में शामिल कराया गया। इसी बीच कुछ ऐसा घटित हुआ जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने पप्पू यादव को फटकार लगा दी l

आइए जानते हैं क्या है मामला?

बता दें कि पप्पू यादव के कुछ समर्थक अचानक “पप्पू यादव ज़िंदाबाद के नारे लगाने लगे जिसपर कांग्रेस के सीनियर नेता मोहन प्रकाश उन्हें टोकते हुए बोलते हैं “पप्पू जी ये सब यहां नहीं चलेगा” जिसके जवाब में पप्पू यादव कहते हैं कि ये सब कांग्रेस के ही हैं, चिंता मत कीजिए।

कैसा रहा पप्पू यादव का राजनीति दौर

आपको बता दें कि पप्पू यादव लोकसभा के छह चुनाव लड़ चुके हैं, पांच बार विजयी और एक बार विधायक रहे l इसके साथ ही साल 2014 में राजद प्रत्याशी के रूप में मधेपुरा में शरद यादव को पराजित करना ही पप्पू यादव की बड़ी उपलब्धि थी l वहीं साल 2015 में उनकी पार्टी 40 विधानसभा क्षेत्रों में लड़कर हर जगह हारी, उन्हें दो प्रतिशत वोट मिले l बाद में वहीं 2019 में मधेपुरा में 97631 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे, शरद यादव जदयू से हार गए थे l

जानकारी के लिए बता दें कि पप्पू यादव ने साल 2015 में जन अधिकार पार्टी (जाप) की स्थापना की थी और उसके बाद के लोकसभा व विधानसभा का चुनाव भी लड़े। परन्तु स्वयं बनाई पार्टी से इन क्षेत्रों में से उन्हें कहीं भी सफलता हासिल नहीं हुई। इसका यही कारण हैं कि उनकी जिस पार्टी का कांग्रेस में मिलना हुआ है, उसके विधायक-सांसद तो दूर, उससे सीधे जुड़े मुखिया-सरपंच तक नहीं है। हालांकि, पप्पू यादव के साथ समर्थकों का एक हुजूम जरूर होता है।

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